ऐसा लग रहा है कि भारत (India) के पड़ोसी देश मोदी सरकार (Modi Government) के लिए नई-नई मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं. पहले पहले शुरुआत चीन (China) ने की और गलवान घाटी (Galwan Valley) में कब्जा करने की नीयत से अपने सैनिक भेजे, जिसकी परिणति दोनों देशों के सैनिकों की हिंसक झड़प के रूप में हुई. इसके बाद नेपाल (Nepal) ने कोरोना संक्रमण (Corona Virus) पर भारत के खिलाफ बयान जारी कर भारतीय भूभागों पर अपना कब्जा बताते हुए संसद में नया नक्शा पारित करा उसे कानूनी जामा पहना दिया. अब भारत पर सुरक्षा की दृष्टि से आश्रित भूटान (Bhutan) ने भारत को आंख दिखाने का काम किया है. बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी के ट्वीट के अनुसार भूटान ने अपनी नदियों का पानी भारत आने से रोक दिया है.
Now, Bhutan stops irrigation water for Indian farmers https://t.co/A67wcDiHGj
— Subramanian Swamy (@Swamy39) June 25, 2020
यह भी पढ़ेंः 12 अगस्त तक सभी रेग्युलर ट्रेनें रद्द, अगर बुकिंग कराई है तो मिलेगा 100% रिफंड
असम के 25 गांव सिंचाई के भूटान की नदियों के पानी पर निर्भर
बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक ट्वीट कर इस खबर को जारी करते हुए चिंता व्यक्त की है. भूटान का अपनी नदियों का भारत की ओर आने वाला पानी रोकने के बाद असम के किसानों को सबसे ज्यादा परेशानी आ रही है. नदियों से सिंचाई का पानी रोकने के खिलाफ असम के बक्सा जिले के किसानों ने कड़ा विरोध जताते हुए प्रदर्शन किया है. रिपोर्ट के अनुसार भूटान ने बड़ा कदम उठाते हुए असम में भारतीय किसानों को अपनी नदियों का पानी इस्तेमाल करने से रोक दिया है. 1953 के बाद से ही असम के बक्सा और अन्य जिलों के किसान भूटान से आने वाले सिंचाई के पानी का इस्तेमाल करके धान की खेती करते रहे हैं. अब भूटान के इस कदम से असम के करीब 25 गांवों के लोगों के लिए समस्या उत्पन्न हो गई है. इन किसानों में भूटान के खिलाफ गुस्सा फूटा और गुरुवार को उन्होंने प्रदर्शन किया.
यह भी पढ़ेंः Coronil : आचार्य बालकृष्ण बोले- दवाई का लाइसेंस पाने के लिए हमने....
भूटान के खिलाफ प्रदर्शन
असम के बक्सा जिले के किसानों के साथ ही सिविल सोसाइटी के लोगों ने भी भूटान के इस कदम के खिलाफ प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने कई घंटे तक रोंगिया और भूटान की सड़क को भी जाम करके रखा. इन सभी लोगों ने केंद्र सरकार से मांग की कि सरकार भूटान से इस मसले पर बातचीत करके लोगों के लिए इसका समाधान निकाले. गौरतलब है कि भारत-भूटान सीमा पर स्थित समद्रूप जोंगखार क्षेत्र में काला नदी के पानी को सिंचाई के लिए खेतों में लाते हैं, लेकिन किसानों को अब इसकी अनुमति नहीं दे रहा है भूटान.
HIGHLIGHTS
- भूटान ने भारत आने वाला अपनी नदियों का पानी रोका.
- असम के बक्सा जिले के 25 गांव सिंचाई के पानी को तरसे.
- सुरक्षा के लिए पूरी तरह से भारत पर आश्रित है भूटान.