पाकिस्तान की नेशनल एसेंबली में शनिवार को एक प्रस्ताव पेश किया गया, जिसमें नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच तनाव घटाने में अहम भूमिका निभाने के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान को नोबल शांति पुरस्कार देने की मांग की गई है. जियो न्यूज के मुताबिक, सूचना मंत्री फवाद चौधरी द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव में कहा गया है कि भारतीय नेतृत्व के युद्ध उन्माद और आक्रामकता के कारण दो परमाणु संपन्न देशों के बीच तनाव पैदा हुआ और वे दोनों देशों को युद्ध के कगार पर ले आया.
प्रस्ताव में कहा गया है कि इमरान खान समझदारी के साथ हालात को शांति की ओर ले गए और इसलिए उन्हें नोबल शांति पुरस्कार मिलना चाहिए. शुक्रवार को ट्विटर पर हैशटैग नोबलपीसप्राइज फॉर इमरान खान सबसे ज्यादा ट्रेंड कर रहा था. (अभिनंदन पर पूरी और सबसे बड़ी कवरेज क्लिक कर देखें और पढ़ें)
विभिन्न संघर्षो पर एशिया क्षेत्र (पाकिस्तान-भारत, अफगानिस्तान-अमेरिका, मध्य पूर्व) में संवादों और उनके शांति प्रयासों के लिए इमरान खान को 2020 का नोबल शांति पुरस्कार देने हेतु नॉर्वे की नोबल समिति को एक ऑनलाइन याचिका भेजी गई है.
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चेंज डॉट ओआरजी वेबसाइट पर ऑनलाइन याचिका में कहा गया है, 'उनका (खान) योगदान नोबल के साथ अंतर्राष्ट्रीय मान्यता का हकदार है. क्षेत्र में शांति बहाली और सैनिक शासन के पुनरुत्थान को हतोत्साहित करने के उनके मकसद को मान्यता और उसकी सराहना की जानी चाहिए.'
Source : IANS