Indian Ocean Forum Meet: चीन हिंद महासागर में अपना वर्चस्व बढ़ाने के लिए हिंद महासागर फोरम मीट का आयोजन कर रहा है, जिसमें करीब 17 देश हिस्सा लेने वाले हैं. भारत इससे दूर है, तो मालदीव ने भी चीन को दो जवाब दे दिया है. इसके बाद अब चीन को सबसे बड़ा झटरा ऑस्ट्रेलिया ने दिया है, जिसने चीन की अगुवाई वाले इस फोरम के मीट में शामिल होने से ही इनकार कर दिया है. इसे भारत की डिप्लोमेसी से जोड़कर देखा जा रहा है. ऑस्ट्रेलिया से मिला झटका इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि चीन कुछ भी कर के ऑस्ट्रेलिया के साथ मंच साझा करना चाहता था. ऑस्ट्रेलिया पहले ही इंग्लैंड और अमेरिका के साथ चीन विरोधी मोर्चा बना चुका है, तो भारत, जापान और अमेरिका के साथ भी वो महत्वपूर्ण मंच का हिस्सा है, जो चीन की काट के तौर पर देखा जाता है.
भारत में ऑस्ट्रेलिया के हाई कमिश्नर ने दी जानकारी
चीन ने इस मीट को चीन-हिंद महासागर फोरम ऑन डेवलपमेंट को-ऑपरेशन (China-Indian Ocean Forum on Development Cooperation) को नाम दिया है. लेकिन अब ऑस्ट्रेलिया ने आधिकारिक तौर पर साफ कर दिया है कि वो इस बैठक में हिस्सा नहीं लेगा. भारत में ऑस्ट्रेलिया के हाई कमिश्नर बेरी ओ'फरेल ने ट्वीट करके ऑस्ट्रेलियाई सरकार का पक्ष रखा. इस मामले में सीधा जवाब ऑस्ट्रेलियाई सरकार भी दे सकती थी, लेकिन भारत में चीनी राजदूत की ओर से जानकारी देना साफ बताता है कि ऑस्ट्रेलिया की इस 'न' के पीछे भारत की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है.
क्वॉड का अहम सदस्य है ऑस्ट्रेलिया-भारत
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया चीन के खिलाफ बने गठबंधन क्वॉड का महत्वपूर्ण सहयोगी देश है. इसमें भारत, जापान और अमेरिका की महत्वपूर्ण साझेदारी है. ऑस्ट्रेलिया ने साफ कर दिया है कि हिंद महासागर को लेकर ऑस्ट्रेलिया सिर्फ एक ही गठबंधन में शामिल है, वो है भारत की अगुवाई वाला हिंद महासागर सहयोग संगठन. इसके अलावा किसी भी ऐसी कोशिश को ऑस्ट्रेलिया नकारता है. बता दें कि मालदीव्स ने भी चीन की ओर से मिले आमंत्रण को ठुकरा दिया है. भारत ने पहले ही इससे खुद को दूर रखा है.
HIGHLIGHTS
- भारत की आपत्ति के बाद खुद दूर हो रहे अन्य देश
- मालदीव ने चीन के फोरम से मोड़ा मुंह
- अब ऑस्ट्रेलिया ने भी चीन को दिया है झटका
Source : News Nation Bureau