रूस के एरोफ्लॉट जेट के क्रैश (Aeroflot Jet Crashes) होने के बाद 41 यात्रियों की मौत हो गई थीं. हालांकि इस हादसे के बाद एक एयर होस्टेज की चारों ओर तारीफ हो रही है. 34 वर्षीय एयर होस्टेज ततयाना कसाटकिना ने अपनी सूझबूझ से कई जानें बचा लीं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ततयाना (Air Hostess Tatiana Kasatkina) ने आग का गोला बने विमान को खाली कराने के लिए यात्रियों को अपनी पूरी ताकत से बाहर फेंकना शुरू कर दिया था. यहां तक कि उन्होंने कई यात्रियों को कॉलर से पकड़ा और उन्हें प्लेन से बाहर फेंका. एयर होस्टेज ने खुलासा किया कि कई लोग आग से बचने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन कुछ लोग अपने सामान को ले जाने की भी कोशिश कर रहे थे. इससे रास्ता पूरी तरह से ब्लॉक हो रहा था.
यह भी पढ़ें : महात्मा गांधी को इस साल कांग्रेस के स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जाए : अमेरिकी सांसद
प्लेन खाली कराने के दौरान एयर होस्टेज (Air Hostess) को भीड़ को आगे बढ़ाने के लिए लोगों को धक्के मारकर प्लेन से बाहर निकालना पड़ा. एयर होस्टेज ने कहा, जैसे ही प्लेन रुका, विमान को खाली कराने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी. मुझे कोई यात्री नहीं दिख रहा था, मैं बस उन्हें दरवाजे से बाहर फेंके रही थीं, ताकि रास्ता जाम ना हो. मैं हर एक को कॉलर से पकड़ रही थी.
यह भी पढ़ें : विपक्ष की पैंतरेबाजी, नरेंद्र मोदी को सरकार बनाने से रोकने के लिए अब आखिरी चाल
इस हादसे में स्टेवर्ड मैक्सिम मोइसीव की भी मौत हो गई थी. वह एयरक्राफ्ट का रीयर डोर खोलने की कोशिश कर रहे थे, ताकि लोगों को विमान से और जल्दी बाहर निकाला जा सके. ततयाना ने बताया कि जब उन्होंने अपने पैर से इमरजेंसी का दरवाजा खोला तो पीछे से आग का शोर सुना. उन्होंने कहा, सब कुछ इतनी जल्दी हो रहा था. काला धुआं हर तरफ फैल गया था. विमान की आखिरी कतार में फंसे लोग बाहर निकलने के लिए चिल्ला रहे थे. हर कोई अपनी सीट से कूदकर आगे की तरफ दौड़ रहा था, जबकि प्लेन अच्छी रफ्तार से उस वक्त भी आगे बढ़ रहा था.
यह भी पढ़ें : दंतेवाड़ा: सुरक्षाबलों से मुठभेड़ में दो नक्सली ढेर, हथियार बरामद
विमान हादसे में बचे लोग एयर होस्टेज को शुक्रिया अदा कर रहे हैं. हादसे में बचे डिमित्री ख्लेबनी कोव ने कहा, मैं भगवान और एयर होस्टेज को शुक्रिया अदा करता हूं, जिन्होंने मुझे बचा लिया. वे पूरे वक्त हमारे साथ रहकर हमारी मदद करती रहीं. लोगों को धुएं से भरे केबिन से बाहर निकालने की कोशिश करती रहीं. प्लेन के अंदर बहुत ज्यादा धुआं भर गया था और तापमान बहुत ज्यादा था. इस बीच, एक यात्री को लोग कसूरवार ठहरा रहे हैं. लोगों का कहना है कि एक शख्स ने अपने सामान के साथ काफी देर तक रास्ता रोक रखा था. इससे कई लोग आग की चपेट में आ गए.
HIGHLIGHTS
- एरोफ्लॉट जेट क्रैश में 41 यात्रियों की हो गई थी मौत
- 34 वर्षीय एयर होस्टेज ने अपनी सूझबूझ से कइयों की जानें बचाईं
- विमान हादसे में बचे लोग एयर होस्टेज को शुक्रिया अदा कर रहे हैं
Source : News Nation Bureau