अमेरिका का उद्योग जगत एक बार फिर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले से चिढ़ गया है। अमेरिका के शीर्ष अधिकारियों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस ऐतिहासिक पेरिस जलवायु समझौते से बाहर निकलने के फैसले पर गुस्सा और असहमति जाहिर की है।
टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने ट्रंप की कारोबारी सलाह के दो परिषदों से इस्तीफा दे दिया।
मस्क ने ट्रंप के ऐलान के बाद ट्वीट कर कहा, 'मैं राष्ट्रपति की कारोबारी सलाह परिषदों से इस्तीफा दे रहा हूं। जलवायु परिवर्तन वास्तविक मुद्दा है। पेरिस समझौते से अमेरिका का बाहर निकलना सही नहीं है।'
बता दें कि इससे पहले भी मस्क ने पेरिस समझौते से अमेरिका के बाहर निकलने की आशंका जताते हुए कहा था कि अगर ट्रंप इस समझौते से बाहर निकलते हैं तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे।
As a matter of principle, I've resigned from the President's Council over the #ParisAgreement withdrawal.
— Robert Iger (@RobertIger) June 1, 2017
ख़ास बात यह है कि मस्क ट्रंप की मुख्य कारोबारी सलाहकार परिषद के 18 सदस्यों में से एक है। वह राष्ट्रपति की विनिर्माण रोजगार अभियान के भी सलाहकार हैं। इसके बाद डिजनी के सीईओ बॉब इगर (रॉबर्ट एलन इगर) ने भी ऐलान किया कि वह ट्रंप के फैसले के बाद स्ट्रैटजिक एंड पॉलिसी फोरम से इस्तीफा देने जा रहे हैं।
इगर ने ट्वीट कर कहा, 'नैतिक आधार पर मैं राष्ट्रपति की परिषद से इस्तीफा दे रहा हूं।'
As a matter of principle, I've resigned from the President's Council over the #ParisAgreement withdrawal.
— Robert Iger (@RobertIger) June 1, 2017
इसके अलावा गगूल के सीईओ सुंदर पिचाई ने भी इस फैसले का विरोध ट्वीट के जरिए जताया है। उन्होंने कहा, 'आज के फैसले से निराश हूं। गूगल सभी के लिए अधिक स्वच्छ, अधिक समृद्ध भविष्य के लिए कड़ी मेहनत करता रहेगा।'
Disappointed with today’s decision. Google will keep working hard for a cleaner, more prosperous future for all.
— Sundar Pichai (@sundarpichai) June 1, 2017
वहीं, जनरल इलेक्ट्रिक के सीईओ जेफ इमेल्ट ने ट्वीट कर कहा, 'पेरिस समझौते पर आजे के फैसले से निराश हूं। जलवायु परिवर्तन वास्तविक मुद्दा है। उद्योग जगत को सरकार पर निर्भर नहीं रहना चाहिए।'
Disappointed with today’s decision on the Paris Agreement. Climate change is real. Industry must now lead and not depend on government.
— Jeff Immelt (@JeffImmelt) June 1, 2017
माइक्रोसॉफ्ट अध्यक्ष ब्रैड स्मिथ ने भी ट्रंप के इस कदम की आलोचना की। उन्होंने कहा, 'हम पेरिस समझौते से बाहर निकलने के फैसले पर निराश हैं।'
We’re disappointed with the decision to exit the Paris Agreement. Microsoft remains committed to doing our part to achieve its goals.
— Brad Smith (@BradSmi) June 1, 2017
फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने भी अमेरिकी राष्ट्रपति के इस कदम की निंदा करते हुए कहा, 'जलवायु परिवर्तन समझौते से बाहर निकलना पर्यावरण के लिए नुकसानदेह है। यह अर्थव्यवस्था के लिए खराब है और इससे हमारे बच्चों का भविष्य जोखिम में है।'
यहीं नहीं, एप्पल, स्टारबक्स, गैप, नाकि, एडिडास, लोरियल और मोंसांटो भी पेरिस जलवायु समझौते के समर्थन में हैं।
नीदरलैंड ने भी बताया भूल
इसके अलावा ट्रंप के इस फैसले का दूसरे देशों ने भी विरोध जताया है। नीदरलैंड्स के पर्यावरण मंत्री शेरोन डिकसमा ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का पेरिस जलवायु समझौते से बाहर निकलने का फैसला ऐतिहासिक भूल है।
भारत और चीन के लिए फायदेमंद बताते हुए पेरिस समझौते से पीछे हटा अमेरिका
इसके अलावा उन्होंने कहा, 'अब हमें चीन से नेतृत्व एवं सहयोग की जरूरत है।' जबकि फ्रांस, जर्मनी और इटली ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा कि पेरिस जलवायु समझौते पर दोबारा चर्चा नहीं हो सकती है।
(इनपुट्स IANS से भी)
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Source : News Nation Bureau