दुनिया का सबसे बड़ा और घातक बम अमेरिका बनाने जा रहा है. B2 स्टील्थ बॉम्बर. इसे स्पिरिट भी कहते हैं. यानि वो बॉम्बर एय़रक्राफ्ट जो दुनिया के ताकतवर एयर डिफेंस को चुटकियों में मटियामेट कर सकता है, क्योकि ये बॉम्बर तबाही और बर्बादी का दूसरा नाम है..अमेरिकी एयरफोर्स के फायरपावर में और भी इजाफा होने जा रहा है. B2 स्टील्थ बॉम्बर एयरक्राफ्ट को अमेरिका नई तकनीक से लैस करने जा रहा है. जो उसके दुश्मनों के लिए घातक साबित होगा. एक तो पहले से घातक और अब इसके जरिए प्रलय मचाने तक की तैयारी में है. अमेरिका का दावा है कि अब उस पर कोई भी नजर उठाकर देख नहीं सकता है. आखिर अमेरिका इतना खतरनाक और घातक हथियार क्यों बना रहा है. इस पर अभी कुछ भी खुलासा नहीं हुआ है.
अमेरिका ने अपने B2 स्टील्थ बॉम्बर को बेहद मारक बनाने का जिम्मा एक कंपनी को सौंप दिया है. कंपनी लगातार इस पर काम कर रही है. इस डील से B2 स्टील्थ बॉम्बर का आधुनिकीकरण किया जाएगा. बी 2 को मॉडर्न टेक्निक से लैस करने का ज्यादातर काम कैलिफोर्निया में किया जाएगा और इसे 2029 तक अमेरिकी वायुसेना को सौंप दिया जाएगा, लेकिन बी 2 बॉम्बर इतना प्रलयंकारी क्यों माना जाता है. इसकी वजह भी जान लीजिए. अमेरिकी चाहता है कि वह हर क्षेत्र में दुनिया के हर क्षेत्र में उसका वचर्स्व बना रहा है.
अब और भी बनेगा 'डेंजरस'
अमेरिका का B2 स्टील्थ बॉम्बर जबरदस्त फायरपावर से लैस है. ये मिनटों में किसी भी डिफेंस सिस्टम की तबाही तय कर सकता है. यानी पलक झपकते ही ध्वस्त कर देगा.
दुश्मन के बेहद सुरक्षित लक्ष्य के लिए भी इसे मारक माना जाता है. B2 स्टील्थ बॉम्बर को कन्वेंशनल और न्यूक्लियर वारहेड के लिए तैयार किया गया है. ये बॉम्बर दु्श्मन की रडार की पकड़ में आ ही नहीं सकता है और इसका ऑपरेशनल रेंज भी करीब 9600 किमी है. जो कई देशों को अपनी जद में ले सकता है. हालांकि, ये डील बहुत ही सीक्रेट रखा गया है. दरअसल, B2 स्टील्थ बॉम्बर में सिर्फ दो क्रू मेंबर होतें हैं जो हमले के वक्त फ्लेक्सिबिलिटी देते हैं. अमेरिकी वायुसेना का दावा है कि 21वीं सदी में B2 स्टील्थ बॉम्बर दुनिया का सबसे ताकतवर कॉम्बैट फोर्स है.
Source : News Nation Bureau