Israel Hamas War: गाजा में इजराइल और हमास के बीच युद्धविराम का प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र महासभा में पारित हो गया. इस प्रस्ताव के पक्ष में 120 देशों ने वोटिंग की. वहीं इसके खिलाफ 14 देशों ने वोटिंग की है. इस दौरान भारत-ब्रिटेन समेत 45 देशों ने वोटिंग में भाग नहीं लिया. गौरतलब है कि यह प्रस्ताव जॉर्डन की ओर से पेश किया गया था. इस वोटिंग में चौंकाने वाली बात यह है कि अमेरिका समेत 14 देशों ने प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया. इस प्रस्ताव में गाजा में युद्ध रोकने के साथ मानवीय सहायता पहुंचाने और नागरिकों की सुरक्षा को कायम रखने का आहृवान किया गया. वोटिंग में खास बात यह है कि इजरायल का समर्थन करने वाले देशों ने इस मतदान में भाग नहीं लिया.
14 देशों ने प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया
अमेरिका, इजराइल, ऑस्ट्रिया, क्रोएशिया, चेक गणराज्य, फिजी, ग्वाटेमाला, हंगरी, मार्शल द्वीप माइक्रोनेशिया, नाउरू, पापुआ न्यू गिनी, पैराग्वे, टोंगा ने प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया
वोटिंग से भारत रहा दूर
भारत ने संयुक्त राष्ट्र में इजराइल-हमास युद्ध पर चिंता व्यक्त की है. भारत ने दोनों पक्षों से तनाव कम करने और हिंसा न करने की अपील की है. संयुक्त राष्ट्र में भारत की ओर से योजना पटेल ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के विशेष सत्र को संबोधित किेया. उन्होंने कहा कि भारत इस युद्ध से बेहद चिंतित है. हमास और इजराइल के बीच जारी जंग में अब तक हजारों लोगों की जान जा चुकी है. इस क्षेत्र में हिंसा बढ़ती जा रही है. भारत ने कहा, हम सभी पक्षों से तनाव कम करने की अपील करते हैं.
12 दिन के अंदर 4 प्रस्ताव फेल हो गए
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में 12 दिन के अंदर 4 प्रस्ताव फेल हो गए थे. इसमें दो प्रस्ताव रूस के वहीं एक अमेरिका और एक ब्राजील की ओर से था. यूएन में अमेरिका ने गाजा में मानवीय सहायता को रोकने को कहा था. इस दौरान उसने हमास हमले की कड़ी निंदा की थी. इसके साथ सभी बंधकों की तुरंत रिहाई की डिमांड रखी थी. रूस का प्रस्ताव था कि गाजा में सीजफायर किया जाए. अमेरिका और ब्रिटेन ने इस पर वोट किया था.
आपको बता दें कि गाजा में लगातार इजरायल की ओर बमबारी जारी है. यहां पर हमास को लक्ष्य बनाकर किए हमले में आम जनता पिस रही है. यहां पर लोग रोजमर्रा की जरूरतों को लेकर तरस रहे हैं. सात अक्टूबर को हमास के इजरायल पर हमले के बाद से यहां पर स्थितियां ठीक नहीं हैं. हमास की ओर से हुए हमले में कई इजरायली मारे गए. वहीं करीब 200 से अधिक लोगों को बंदी बना लिया गया.
Source : News Nation Bureau