अमेरिका ने म्यांमार (Myanmar) में लोकतांत्रिक सरकार के तख्तापलट, नेताओं की नजरबंदी समेत एक साल के लिए आपातकाल थोपे जाने पर बेहद कड़ी प्रतिक्रिया दी है. म्यांमार की सेना को अंजाम भुगतने की चेतावनी देते हुए अमेरिका ने दो टूक कहा कि वह ऐसे किसी भी प्रयास के खिलाफ है जो किसी लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बाधित करता है. अमेरिका ने साफ शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि वह ऐसे किसी भी प्रयास के खिलाफ कार्रवाई करेगा. अमेरिका ने चेतावनी दी है कि अगर म्यांमार की सेना ने अपने कदमों को वापस नहीं लिया तो बाइडेन (Joe Biden) प्रशासन इस पर कड़ी कार्रवाई करेगा. पूरे घटनाक्रम पर अमेरिका अपनी पैनी नजर बनाए हुए है.
The US is alarmed by reports that Burmese military has taken steps to undermine country’s democratic transition, including arrest of State Counselor Aung San Suu Kyi & other civilian officials in Burma. President Biden has been briefed by NSA: White House Spokesperson Jen Psaki pic.twitter.com/TIeKNVDinH
— ANI (@ANI) February 1, 2021
अमेरिका की म्यांमार के हालात पर नजर
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता जेन पास्की ने कहा कि अमेरिकी स्थिति पर नजर बनाए हुए है और वह म्यांमार के लोगों के साथ है. उन्होंने कहा, 'हम म्यांमार की लोकतांत्रिक संस्थान और सरकार को अपना समर्थन और सहयोग दे रहे हैं. वहां की सेना से आग्रह करते हैं कि वे लोकतांत्रिक प्रक्रिया का पालन करें और कानून का राज चलने दे और हिरासत में लिए गए नेताओं को रिहा करे. अमेरिका चुनाव परिणाम को बदलने या लोकतांत्रिक बदलाव में बाधा डालने के किसी भी प्रयास का विरोध करता है.'
We continue to affirm our strong support for Burma’s democratic institutions & in coordination with our regional partners, urge the military & all other parties to adhere to democratic norms & the rule of law, & to release those detained today: White House Spokesperson Jen Psaki
— ANI (@ANI) February 1, 2021
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राष्ट्रपति बाइडन को दी गई जानकारी
अमेरिका उन खबरों से बेहद नाराज है जिसमें सेना ने म्यांमार की सत्ता पर एक साल के लिए कब्जा करने की बात सामने आई है. सेना ने स्टेट काउंसलर आंग सान सू ची समेत कई नेताओं को हिरासत में ले लिया है. अमेरिका के राष्ट्रीय सलाहकार ने राष्ट्रपति जो बाइडन को घटना के बारे में जानकारी दे दी है. म्यांमार में सैन्य तख्तापलट और नोबेल पुरस्कार विजेता आंग सांग सू ची के अरेस्ट किए जाने पर अमेरिका ने वहां की सेना को धमकी दी है.
The US opposes any attempt to alter outcome of recent elections or impede Myanmar’s democratic transition & will take action against those responsible if these steps aren't reversed. We're monitoring the situation closely & stand with the people of Burma: White House Spokesperson
— ANI (@ANI) February 1, 2021
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अलसुबह छापेमारी के बाद गिरफ्तारी
इससे पहले म्यांमार में सेना ने देश की नेता आंग सांग सू ची और राष्ट्रपति यू विन म्यिंट को अरेस्ट कर लिया. सत्तारूढ़ पार्टी एनएलडी के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी है. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि सेना ने एक साल के लिए आपातकाल लगा दिया है और पूर्व जनरल तथा उपराष्ट्रपति मिंट स्वे को कार्यकारी राष्ट्रपति बनाया गया है. उन्हें सेना प्रमुख का भी दर्जा दिया गया है. सड़कों पर सेना तैनात है और फोन लाइनों को बंद कर दिया गया है. सुबह-सुबह राष्ट्रपति आंग सांग सू ची और अन्य नेताओं को 'उठाया' गया. मयो ने आशंका जताई कि उन्हें भी जल्द ही हिरासत में लिया जा सकता है.