अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने वॉशिंगटन स्थित कैपिटल हिल में घुसपैठ कर ली. प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई. सुरक्षाबलों की फायरिंग में अब तक 4 लोगों के मारे जाने की खबर आ रही है. कैपिटल हिल में इलेक्टोरल कॉलेज की प्रक्रिया चल रही थी. यानी जो बाइडेन को राष्ट्रपति बनाने की तैयारी थी. इसी दौरान हजारों की संख्या में ट्रंप समर्थकों ने वॉशिंगटन में मार्च निकाला और कैपिटल हिल पर धावा बोल दिया.
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अमेरिका के नए चुने गए राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कैपिटल बिल्डिंग पर हुए हंगामे को राजद्रोह करार दिया है. जो बाइडेन ने अपने बयान में कहा, ''यह कोई विरोध नहीं है. यह एक विद्रोह है." बाइडेन ने डोनाल्ड ट्रंप से हंगामा खत्म करने की अपील करने के लिए भी कहा. बाइडेन ने कहा, 'मैं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आह्वान करता हूं कि वह अपनी शपथ पूरी करें और इस घेराबंदी को खत्म करने की मांग करें.'
दूसरी तरफ रिपब्लिकन पार्टी में ही ट्रंप को राष्ट्रपति पद से हटाने की मांग जोर पकड़ने लगी है. उपराष्ट्रपति माइक पेंस को इस तरह के आदेश अटार्नी जनरल ने खुद दिए हैं. अमेरिकी संविधान के 25वें संशोधन के तहत ट्रंप को उनके पद से 20 जनवरी को निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के शपथग्रहण से पहले ही हटाया जा सकता है. इस महाभियोग के बाद ट्रंप अमेरिकी इतिहास में स्याह पहलू के रूप में दर्ज हो जाएंगे.
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हमेशा के लिए हो जाएंगे डिसक्वालिफाई
सदन के कुछ सदस्यों का कहना है महाभियोग की तैयारी भी शुरू कर दी गई है. हालांकि ट्रंप को हटाने के लिए पर्याप्त सदस्यों की संख्या है या नहीं, यह अभी साफ नहीं है. सीएनएन के मुताबिक ट्रंप पर महाभियोग लगाने और उन्हें पद से हटाने के बाद, सीनेट उन्हें भविष्य में फेडरल ऑफिस में लौटने से रोक सकती है. सीनेट के वोट से उन्हें हमेशा के लिए डिसक्वालिफाई कर दिया जाएगा. देश के संविधान के 25वें संशोधन के तहत उपराष्ट्रपति माइक पेंस और कैबिनेट के बहुमत को ट्रंप को पद से हटाने के लिए वोट करना होगा.
Source : News Nation Bureau