अमेरिकी सांसद ब्रैड शरमन ने कहा है कि कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता का राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रस्ताव बचकाना और शर्मनाक है और उन्होंने ट्रंप की इस गलती को लेकर वॉशिंगटन में भारत के राजदूत हर्षवर्धन श्रृंगला से माफी मांगी है. कैलिफोर्निया के सैन फर्नाडो वैली के प्रतिनिधि शरमन ने साथ ही कहा कि भारत कश्मीर मुद्दे पर किसी भी तीसरे पक्ष के मध्यस्थता के प्रस्ताव का हमेशा से विरोध करता रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मामले में ट्रंप से मध्यस्थता के लिए कभी नहीं कहा होगा.
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उन्होंने सोमवार को ट्वीट किया, "मैंने ट्रंप के बचकाने और शर्मनाक बयान के लिए भारतीय राजदूत हर्ष वर्धन श्रृंगला से माफी मांगी है." उन्होंने कहा, "जो भी दक्षिण एशिया की विदेश नीति के बारे में कुछ भी जानता है वह यह भी जानता है कि भारत हमेशा कश्मीर मुद्दे पर किसी भी तीसरे पक्ष द्वारा मध्यस्थता का विरोध करता रहा है. हर कोई जानता है कि प्रधानमंत्री मोदी कभी भी ऐसा नहीं कहेंगे. ट्रंप का बयान बचकाना और भ्रामक है। यह शर्मनाक है."
राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिका दौरे पर आए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान दावा किया था कि प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे पाकिस्तान के साथ विवाद को लेकर मध्यस्थता का आग्रह किया है.
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भारत ने तत्काल ट्रंप के दावे को खारिज कर दिया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने एक ट्वीट में कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति से ऐसा कोई आग्रह नहीं किया."
HIGHLIGHTS
- ब्रैड शरमन ने कहा- भारतीय प्रधानमंत्री ने कभी ऐसा नहीं कहा होगा
- अमेरिका के राष्ट्रपति का बयान बचकाना और शर्मनाक : शरमन
- भारतीय पक्ष हमेशा कश्मीर पर मध्यस्थता का विरोध करता रहा है
Source : IANS