भारत द्वारा चीन के 59 एप पर रोक लगाने के बाद 24 घंट में ही अमेरिका ने चीना कंपनियों को बड़ा झटका दिया है. अमेरिका के दूरसंचार नियामक फेडरल कम्युनिकेशंस कमिशन यानि FCC ने चीन की हुवै (Huawei Technologies) और ZTE Corp को अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा घोषित कर दिया है. ट्रंप सरकार के फैसले के बाद अब अमेरिकी कंपनियां इन चीन की कंपनियों से उपकरण की खरीद के लिए 830 करोड़ डॉलर के सरकारी फंड का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगी.
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एफसीसी ने बताया सुरक्षा को खतरा
एफसीसी के चेयरमैन ने एक बयान जारी कर कहा कि चीन की कंम्युनिस्ट पार्टी अमेरिका के अतिसंवेदनशील नेटवर्क का इस्तेमाल कर अहम कम्युनिकेशन इंफ्रास्ट्रक्चर को जोखिम में डाल सकती है. चीन को इस तरह की छूट नहीं दी जा सकती है. एफसीसी का कहना है कि अमेरिका के नेटवर्क में ऐसे उपकरण लगें हैं जो भरोसे के काबिल नहीं हैं, और सरकार को इन्हें बदलना चाहिए.
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मई 2019 में बनाया था कानून
अमेरिका ने मई 2019 में राष्ट्रीय आपदा से जुड़े एक कानून को जारी किया था, जिसके मुताबिक ऐसी सभी अमेरिकी कंपनियों पर रोक लगाई जाएगी जो नेशनल सिक्योरिटी के लिए खतरा घोषित की जा चुकी कंपनियों के टेलीकॉम उपकरणों का इस्तेमाल करेंगी. ट्रंप सरकार पिछले साल ही Huawei को ब्लैकलिस्ट कर चुकी है. मई 2019 में FCC ने चीन की एक और सरकारी कंपनी को अमेरिकी में कारोबार पर रोक लगाई थी.
Source : News Nation Bureau