पाकिस्तान (Pakistan) के पेट्रोलियम राज्य मंत्री मुसादिक मलिक (Musadik Malik) ने कहा कि देश की सरकार 24 घंटे गैस की आपूर्ति (Gas Supply) नहीं कर सकती है. द न्यूज इंटरनेशनल के मुताबिक गंभीर आर्थिक संकट (Economic Crisis) के बीच लोड-शेडिंग (Load Shedding) एक आम घटना बन गई है. गैस की जबर्दस्त किल्लत से जूझ रहे शहरों के हालात पर मुसादिक मलिक ने कहा, 'हम 24 घंटे गैस उपलब्ध नहीं करा सकते, क्योंकि हमारे भंडार कम (Gas Shortage) हो गए हैं.' हालांकि उन्होंने आश्वस्त किया कि सेहरी और इफ्तार के दौरान गैस लोड शेडिंग कम से कम की जाएगी. मुसादिक मलिक ने यह भी कहा कि वह गैस आपूर्ति के मुद्दे को हल करने के लिए कराची का दौरा करेंगे, जिसका वहां के लोग सामना कर रहे हैं. मंत्री ने कहा, 'अमीरों और गरीबों का गैस बिल अलग कर दिया गया है. अमीरों को अब अधिक भुगतान करना होगा.'
बिजली संयंत्रों और उद्योगों को गैस आपूर्ति स्थगित
द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट में कहा गया है कि इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अधिकारियों को गैस की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश देते हुए कहा था कि इस प्रक्रिया पर पूरी निगरानी की जाएगी. इसमें कोई लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. यह स्थिति सुई सदर्न गैस कंपनी के पिछले सप्ताह गैस की कम आपूर्ति के बीच बिजली संयंत्रों और उद्योगों को आपूर्ति स्थगित करने की घोषणा के बीच आई है. आपूर्ति में कमी के कारण पाइपलाइनों में गैस की मात्रा कम हो गई थी. इस पर कराची चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (केसीसीआई) ने कराची में गैस आपूर्ति की कमी पर तत्काल सरकारी कार्रवाई की मांग उठाई है.
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कराची समेत कई प्रमुख शहरों में गैस कमी से हाहाकार
कराची चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (केसीसीआई) ने कहा कि उद्योग गैस के बिना काम नहीं कर सकते हैं. ऐसे में गैस की आपूर्ति नहीं होने से उद्योग उत्पादन रोकने के लिए मजबूर होंगे. केसीसीआई के अध्यक्ष मुहम्मद तारिक यूसुफ ने कहा, 'कराची के व्यापारिक समुदाय के प्रति इस तरह का रवैया रखना बेहद अनुचित है, जो इतनी बाधाओं और चुनौतियों का सामना करने के बावजूद निर्यात के मामले में लगभग 54 प्रतिशत और राजस्व के मामले में 68 प्रतिशत से अधिक का योगदान देता है.'
HIGHLIGHTS
- आर्थिक संकट के बीच पाकिस्तान में गैस के भंडार हुए कम
- उद्योगों को 24 घंटे गैस की आपूर्ति हुई बुरी तरह से प्रभावित
- अब अमीरों को गैस का बिल भरना होगा कहीं ज्यादा