भारत (India) के दो पड़ोसी देशों में इन दिनों उथल-पुथल मची हुई है. पाकिस्तान (Pakistan) के अलावा ऐतिहासिक आर्थिक मंदी झेल रहे द्विपीय देश श्रीलंका (Sri Lanka) में नया राजनीतिक संकट खड़ा हो गया है. रविवार-सोमवार की दरमियानी रात प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे (Mahinda Rajapaksa) को छोड़कर पूरी कैबिनेट ने इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देने वालों में महिंदा के बेटे और खेल मंत्री नमल राजपक्षे भी शामिल हैं. कैबिनेट के सदस्यों ने नए मंत्रिमंडल के गठन का मार्ग प्रशस्त करते हुए एक पत्र पर सामूहिक हस्ताक्षर कर अपना-अपना इस्तीफा दे दिया. इस नाटकीय घटनाक्रम से आर्थिक मोर्चे पर पहले से ही त्राहि माम कर रहे श्रीलंका की राजनीतिक स्थिति भी डांवाडोल हो गई है.
आम लोगों में सरकार के प्रति गुस्सा
गौरतलब है कि आर्थिक मोर्चे पर गंभीर संकट झेल रहे श्रीलंका में आम लोगों का गुस्सा सरकार के प्रति चरम पर है. इसी वजह से गुरुवार रात लोगों की भीड़ ने राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के घर के बाहर तीव्र धरना-प्रदर्शन किया था. इसके बाद ही राष्ट्रपति ने आपातकाल लगाते हुए सोमवार तक देश भर में कर्फ्यू लगा दिया था. इस संकट को और गहराने का काम किया है पीएम महिंदा को छोड़ पूरी की पूरी कैबिनेट ने देर रात इस्तीफा देकर. श्रीलंका के शिक्षा मंत्री दिनेश गुणवर्धने ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे और पीएम महिंदा राजपक्षे को छोड़कर सभी 26 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है. अब पीएम महिंदा इस पत्र को राष्ट्रपति के समक्ष प्रस्तुत करेंगे. इसके बाद नए मंत्रिमंडल का रास्ता साफ हो जाएगा.
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आने वाले दिनों में नई समावेशी कैबिनेट का गठन
गौरतलब है कि भयानक आर्थिक संकट के चलते श्रीलंका में बिजली कटौती के अलावा भोजन, ईंधन और अन्य ढेरों आवश्यक चीजों की भारी कमी देखने में आई है. ऐसे में जनता का गुस्सा सरकार पर फूट रहा है, जिसके परिणाम स्वरूप प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे को छोड़कर कैबिनेट के अन्य तमाम मंत्रियों ने अपने पद को त्याग दिया है. अंग्रेजी अखबार डेली मिरर की रिपोर्ट के अनुसार सभी कैबिनेट मंत्रियों ने एक सामान्य पत्र पर हस्ताक्षर कर दिया है. डेली मिरर ने सूत्रों के हवाले से यह भी कहा कि एक नए मंत्रिमंडल की शपथ ली जाएगी, जिसमें विपक्षी सदस्य होंगे. यह कई दलों के एक प्रस्ताव का अनुसरण करता है कि राजनीतिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए एक नई अंतरिम सरकार नियुक्त की जानी चाहिए.
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आपातकाल, कर्फ्यू के बाद सोशल मीडिया पर भी बैन
आर्थिक संकट और भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के घर के बाहर हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद से श्रीलंका में सोशल मीडिया पर पाबंदी लगा दी गई है. फेसबुक, ट्विटर, वॉट्सऐप, यूट्यूब, स्नैपचैट, टिकटॉक और इंस्टाग्राम समेत करीब दो दर्जन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म काम नहीं कर रहे हैं. वहां डीजल-पेट्रोल से लेकर खाने-पीने की चीजों के अभाव के कारण अराजकता की स्थिति पैदा हो गई है. महंगाई अपनी चरम सीमा पर पहुंच गई है. उस पर श्रीलंका सरकार के पास विदेशी मुद्रा भंडार अब महीने भर से कम का बचा है.
HIGHLIGHTS
- ऐतिहासिक आर्थिक मंदी झेल रहे श्रीलंका में महंगाई से त्राहि माम कर रही जनता
- इस बीच नाटकीय घटनाक्रम में पीएम महिंदा को छोड़ पूरी कैबिनेट ने दिया इस्तीफा
- राष्ट्रपति के मंजूर करते ही नए समावेशी मंत्रिमंडल का गठन आने वाले दिनों में