पाकिस्तानी आईएसआई ने अब यह प्रमाणित कर दिया है कि सैयद सलाहुद्दीन, आमीर, हिजबुल मुजाहिदीन एजेंसी के लिए काम करते हैं! आमीर का उच्चारण अलग-अलग तरीके से किया जा सकता है, लेकिन इसका मतलब अरब, अफगानिस्तान, पश्चिमी अफ्रिका, और भरतीय उपमहाद्वीप के देशों में राजा, तानाशाह, सैन्य प्रमुख या वरिष्ठ पद के लिए होता है. विकीपीडिया के अनुसार, इस शब्द का मतलब जनरल, कमांडर, लीडर आदि होता है.
पाकिस्तान भले ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने आतंकी संबंधों को छुपाने की कोशिश करे, भारत अब स्पष्ट सबूत के साथ पाकिस्तान का पर्दाफाश कर सकता है. इससे पाकिस्तान के लिए फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) में खुद को बचाना आसान नहीं होगा. एफएटीएफ की समीक्षा बैठक अगले माह प्रस्तावित है. आईएसआई की ओर से जारी दस्तावेज के अनुसार, यह प्रमाणित किया जाता है कि सैयद मुहम्मद युसूफ शाह, आमीर हिजबुल मुजाहिदीन आईएसआई(आईएसआई इस्लामाबाद) के साथ काम करते हैं.
पाकिस्तानी दस्तावेज भारतीय सुरक्षा व खुफिया एजेंसी के हाथ लगे हैं, जिसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन का प्रमुख सैयद सलाहुदीन आईएसआई का 'बोना फाइड' अधिकारी है. पाकिस्तान द्वारा उसनी धरती से आतंकवाद का संचालन करने और आतंकवाद को समर्थन देने की बात भूल जाइए, यहां तो पाकिस्तान दुनिया के सबसे वांछित आतंकवादियों में से एक को सत्यापित वाहन पास और उच्च सुरक्षा मुहैया करा रहा है.
व्यक्ति की जो भी पहचान हो, यहां आईएसआई एक दस्तावेज जारी करता है जिसमें वह आमीर हिज्ब उल मुजाहिदीन का नाम लेता है, जो आईएसआई के लिए काम करता है. दस्तावेज इस्लामाबाद में डाइरेक्टरेट ऑफ इंटिलिजेंस के डाइरेक्टर ऑफिस कमांडिंग वजाहत अली खान द्वारा 20 सितंबर 2019 को जारी किया गया है और यह 31 दिसंबर 2020 तक वैध है.
Source : News Nation Bureau