पश्चिमी जापान के इशिकावा प्रांत में साल के पहले दिन 1 जनवरी को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. भूकंप की तीव्रता 7.4 मापी गई है. मौसम विभाग ने तटीय इलाकों में सुनामी आने की चेतावनी दी है. साथ ही लोगों को समंदर किनारे नहीं जाने के निर्देश दिए हैं. जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने बताया कि बताया कि निगाटा, टोयामा, यामागाटा, फुकुई और ह्योगो प्रान्त में भी सुनामी आ सकती है. इस दौरान समुद्र में लहरें लहरें 5 मीटर तक ऊंची उठ सकती हैं. शक्तिशाली भूकंप के झटके से पश्चिमी जापान के लोगों में डर और भय का माहौल है.
हालांकि, मौसम विभाग ने लोगों से डरने की जगह साहस और हिम्मत के साथ आगे बढ़ने की सलाह दी है. मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि जितनी जल्दी हो सके आप लोग ऊंची जगह पर पहुंचने की कोशिश कीजिए. तेज भूकंप के झटके से लोगों में डर का माहौल बना हुआ है. मौसम विभाग शाम 6 बजे के आसपास प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बारे में अधिक जानकारी देगी. जापान के लोगों को मोबाइल पर अलर्ट मैसेज भेजा गया है.इसमें बताया गया कि लोग तटीय इलाके छोड़ कर ऊंची जगह पर पहुंचे. कभी भी सुनामी आ सकती है.
जापान में बिल्डिंग में लगी आग
बता दें कि पश्चिमी जापान में भूकंप आने के बाद एक बिल्डिंग में भीषण आग भी लग गई. हालांकि, घटना की सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचकर नियंत्रण पाने की कोशिश में जुटी हुई है.
12 साल पहले भी सुनामी ने मचाया तहलका
गौरतलब है कि 11 मार्च 2011 में भी जापान में भूकंप के बाद आई सुनामी ने तहस नहस कर दिया था. सुनामी ने हजारों लोगों की जिंदगी छीन ली थी. 15 हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. जापान की 70 फीसदी जमीन पर पानी ही पानी आ गया था. फुकुशिमा में परमाणु घर को भारी नुकसान हुआ था.