पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) के खिलाफ लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है. हजारों की संख्या में लोग इमरान सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. इनमें सरकारी कर्मचारी, किसान, शिक्षक, डॉक्टर, स्वास्थ्य कार्यकर्ता और पेंशनर भी शामिल थे. बड़ी संख्या में महिला स्वास्थ्य कर्मी इस्लामाबाद के डी-चौक पर जमा हैं. वे एक जैसा वेतन, नौकरी बीमा और सुरक्षा की मांग कर रही हैं. वैसे ये ऐसी मांगें नहीं हैं, जिन्हें स्वीकार न किया जा सके.
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11 विपक्षी पार्टियां लामबंद
ऐसा पहली बार हो रहा है जब पाकिस्तान में लोग अपनी ही सेना के विरोध में उतर आए हैं. पाकिस्तान वो मुल्क है जहां सेना के खिलाफ किसी ने बोलने की हिम्मत नहीं की और जिसने की उसे उसकी सजा भुगतनी पड़ी. लेकिन इस धारणा को तोड़ते हुए पाकिस्तान की 11 विपक्षी पार्टियों ने मिलकर विरोध का झंडा बुलंद कर दिया है.
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मरियम नवाज हैं कर रहीं मोर्चे की अगुवाई
इमरान खान के खिलाफ मोर्चे की अगुवाई पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज कर रही हैं. मरियम नवाज पाकिस्तान सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान दोनों को एक साथ चुनौती दे रही हैं. 16 अक्टूबर को पाकिस्तान के गुजरांवाला में एक विशाल जनसभा का आयोजन होने वाला है. इस जनसभा में शिरकत करने के लिए मरियम बड़ी रैली करते हुए गुजरांवाला पहुंचेंगी. गुजरांवाला को पहली रैली के लिए चुना गया है क्योंकि गुजरांवाला बीच हैं, गुजरांवाला से लाहौर, फैसलाबाद, शेखुपुरा और सियालकोट इन चारों इलाकों तक संदेश पहुंचाना है. ये चार इलाके मिलकर 4 करोड़ की आबादी तय करते हैं, यानि लगभग एक चौथाई पाकिस्तान को पहली रैली में समेटना है.
Source : News Nation Bureau