राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता ने गुरुवार को कहा कि मास्को शुक्रवार को क्रेमलिन समारोह में यूक्रेन के रूस के कब्जे वाले चार क्षेत्रों को औपचारिक रूप से कब्जा कर लेगा. प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा, " गुरुवार को ग्रैंड क्रेमलिन पैलेस के जॉर्जियाई हॉल में यूक्रेन के नए क्षेत्रों को शामिल करने को लेकर एक हस्ताक्षर समारोह होगा." उन्होंने कहा कि रूसी नेता इस कार्यक्रम में एक प्रमुख भाषण देंगे. यूक्रेन के लुहान्स्क, डोनेट्स्क, खेरसॉन और ज़ापोरिज्जिया क्षेत्रों पर रूसी सेना का कब्जा है, जिसे पुतिन ने फरवरी में सीमा पर भेजा था.
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मॉस्को ने इसे नियंत्रित करने वाले चार क्षेत्रों में जनमत संग्रह का आयोजन किया, जिसमें क्रेमलिन-स्थापित अधिकारियों ने कहा कि इस सप्ताह इस क्षेत्र के लोगों ने रूस में शामिल होने का समर्थन किया. सभी चार मास्को समर्थित क्षेत्रों के नेताओं ने कहा कि वे मास्को में हैं और पुतिन के साथ बैठक की उम्मीद कर रहे हैं. यह कदम मास्को द्वारा यूक्रेन से क्रीमिया प्रायद्वीप पर कब्जा करने के आठ साल बाद आया है और संघर्ष में एक महत्वपूर्ण बिंदु को चिह्नित करेगा. इस बीच पश्चिम ने रूस को चेतावनी दी है कि वह कब्जा करने के उद्देश्य के साथ आगे न बढ़े. जी 7 देशों ने कहा कि वह इस कदम को कभी मान्यता नहीं देगा. मॉस्को ने कहा कि ज़ापोरिज्जिया क्षेत्र में डाले गए 93 प्रतिशत मतपत्रों ने विलय का समर्थन किया है, जिसमें 87 प्रतिशत ने खेरसॉन क्षेत्र में इस कदम का समर्थन किया है जबकि लुहान्स्क में 98 प्रतिशत और डोनेट्स्क में 99 प्रतिशत लोगों कास समर्थन प्राप्त है. वहीं यूक्रेन ने जनमत संग्रह को गैरकानूनी बताते हुए खारिज कर दिया और कहा कि उसे क्षेत्रों को फिर से लेने का पूरा अधिकार है.