अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम आते ही कई शहरों में विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला शुरू हो गया है. न्यूयॉर्क, शिकागो, बोस्टन और कैलिफ़ोर्निया सहित कई अन्य जगहों पर प्रदर्शनकारी 'नॉट माय प्रेजिडेंट' और 'डंप ट्रंप' का नारा लगाते हुए सड़कों पर उतर आये हैं. कहा जा रहा है कि ट्रंप की जीत के बाद कई समुदायों में भय का माहौल है और ये प्रदर्शन इसी वजह से हो रहे हैं.
शिकागो में प्रदर्शन कर रहे लोगों का मानना है कि ट्रंप विभाजनकारी राजनीति करते हैं और ये उनका संवैधानिक कर्तव्य है कि वो इस फैसले को ना मानें. वहीँ बोस्टन में प्रदर्शनकारी कह रहे हैं कि इलेक्टोरल कॉलेज को ख़त्म किया जाना चाहिए और ट्रंप पर महाभियोग लगाया जाना चाहिए. न्यूयॉर्क में प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पानी की हल्की बौछार भी की गयी लेकिन प्रदर्शन नहीं रुके.
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इससे पहले बर्नी सैंडर्स ने इस परिणाम के बाबत दोनों ही दलों पर गुस्सा जताया है. बता दें कि सैंडर्स चुनावी रेस में क्लिंटन से पिछड़ गए थे और उन्हें डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी नहीं मिल पायी.
चुनाव से थी पहले तक माना जा रहा था कि हिलेरी चुनाव जीत जाएंगी लेकिन परिणाम चौंकाने वाला रहा. डोनाल्ड ट्रंप ने भले ही चुनाव में जीत दर्ज कर ली हो, उनकी विचारधारा और बोल-चाल के तरीकों को लेकर अभी भी अमेरिकियों को संदेह है.
Source : News Nation Bureau