रूस-यूक्रेन युद्ध को जारी रहते हुए दो माह हो गए हैं. इस बीच रूस पर तमाम तरह के प्रतिबंध अमेरिका और पश्चिमी देशों ने थोपे हैं. साथ ही शांति स्थापित करने के प्रयास भी जारी हैं. इस कड़ी में संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस रूस और यूक्रेन जा रहे हैं. यह अलग बात है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने युद्धरत रूस के साथ कूटनीतिक समाधान का प्रस्ताव करते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव की पहले रूस यात्रा का विरोध किया है. गौरतलब है कि भारत समेत कई अन्य देश भी रूस-यूक्रेन से संघर्ष विराम की अपील कर हिंसा का रास्ता छोड़ने की अपील कर चुके हैं.
जेलेंस्की ने कूटनीतिक समाधान का दिया संकेत
जेलेंस्की ने शनिवार को गुतारेस के कीव से पहले मॉस्को जाने और पुतिन से मुलाकात करने के फैसले की आलोचना की. उन्होंने कहा, 'यूक्रेन से पहले रूस जाना साफतौर पर गलत है. इसमें न तर्क है और न ही न्याय.' उन्होंने कहा, 'युद्ध यूक्रेन में चल रहा है, मॉस्को की सड़कों पर लाशें नहीं बिखरी हैं. स्वाभाविक है कि आपको पहले यूक्रेन जाना चाहिए ताकि आप लोगों को देख सकें. हमले के परिणामों को देख सकें. जेलेंस्की ने एक बार फिर 'युद्ध को खत्म करने के लिए' पुतिन के साथ बैठक की अपनी मांग को दोहराया.
साथ ही रूस के साथ रखी शर्त
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि वह रूस के साथ संघर्ष की समाप्ति के लिए कूटनीतिक समाधान का समर्थन करते हैं. जेलेंस्की ने शनिवार को कीव में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'एक कूटनीतिक रास्ता है. एक सैन्य रास्ता है. उन्होंने कहा कि वह संघर्ष को रोकना चाहते हैं और इसे समाप्त करना चाहते हैं.' साथ ही उन्होंने कहा कि अगर रूसी सेना मारियुपोल में फंसे यूक्रेनियन को मार देती है या यूक्रेन में कब्जा किए गए क्षेत्रों में जनमत संग्रह आयोजित करती है, तो कीव मास्को के साथ शांति वार्ता से हट जाएगा.
HIGHLIGHTS
- संयुक्त राष्ट्र महासचिव जाने वाले रूस औऱ यूक्रेन
- पहले मॉस्को जाने के फैसले से यूक्रेन सकते में