अमेरिका के भावी राष्ट्रपति जो बाइडन अपनी कैबिनेट में होने वाली नियुक्तियों की जल्द ही घोषणा करेंगे और इससे पहले यह उम्मीद जताई जा रही है कि वह पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के समय के राजनयिक एंटनी ब्लिंकेन को विदेश मंत्री की जिम्मेदारी सौंप सकते हैं. 58 वर्षीय ब्लिंकेन ने बराक ओबामा प्रशासन के दौरान उप विदेश मंत्री उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) के तौर पर कार्य किया है. वह बाइडन के 2020 के राष्ट्रपति अभियान के लिए एक विदेश नीति सलाहकार भी हैं.
यह खबर ऐसे समय पर आई है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में संपन्न हुए चुनावों में अपनी हार को स्वीकार करने से मना कर दिया है. उन्होंने बाइडन और उनकी पार्टी पर चुनावी गिनती में धांधली का आरोप लगाते हुए अदालत का रुख किया है. अमेरिकी चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडन को पूर्ण बहुमत मिला है. न्यूयॉर्क टाइम्स और वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में बताया गया है कि बाइडन ने पहले से विदेश मंत्री के लिए एंटनी ब्लिंकेन को चुनाव कर लिया है. हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
बाइडन की कैबिनेट में किसे कौन सा पद मिलेगा, इसकी पहली घोषणा 24 नवंबर यानी मंगलवार को होने की उम्मीद है. बाइडन के चीफ ऑफ स्टाफ रॉन क्लैन ने एबीसी न्यूज को बताया कि इस सप्ताह के मंगलवार को राष्ट्रपति की कैबिनेट की नियुक्तियों के बारे में पहली घोषणा की जाएगी. यानी बाइडन कैबिनेट के शुरुआती मंत्रियों के बारे में मंगलवार को घोषणा कर दी जाएगी. चुनाव के बाद, बाइडन ने वादा किया है कि उनका मंत्रिमंडल अमेरिका की तरह दिखेगा और देश के आधुनिक राजनीतिक इतिहास में सबसे विविध होगा. बाइडन के राष्ट्रपति बनने के साथ उपराष्ट्रपति के पद तक पहली बार भारतीय मूल की कोई महिला पहुंची है. भारतीय मूल की कमला हैरिस उपराष्ट्रपति की जिम्मेदारी संभालेंगी.
इसके साथ ही जो बाइडन ने फेडरल रिजर्व की पूर्व अध्यक्ष जैनेट येलेन को वित्त मंत्री पद के लिए चुना है. सत्ता हस्तांतरण की योजना के जानकार एक व्यक्ति के मुताबिक अब येलेन बाइडन की आर्थिक नीतियों को आकार और दिशा देने में निर्णायक भूमिका निभाएंगी. येलेन वित्त जगत की एक प्रतिष्ठित शख्सियत हैं. वित्त विभाग की कमान संभालने वाली वह प्रथम महिला होंगी. इससे पहले भी परिपाटी को तोड़ते हुए येलेन फेडरल रिजर्व की पहली महिला अध्यक्ष बनी थीं. उन्होंने अमेरिका के सबसे बड़े बैंक की कमान 2014 से 2018 तक संभाली थी. बाद में वह बाइडन के प्रचार अभियान की सलाहकार बनीं.
Source : News Nation Bureau