आस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री मरिस पेन ने सोमवार को कहा कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी की योजना से आस्ट्रेलिया चिंतित है. अमेरिकी मीडिया के हवाले से दिसंबर में पता चला था कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अफगानिस्तान में तैनात अपने सैनिकों को वापस बुलाने की योजना है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, पेन ने कहा कि इस योजना को लेकर आस्ट्रेलिया चिंतित है. उन्होंने कहा, "हालांकि, अभी बहुत कुछ करना है। मुझे लगता है कि यह आस्ट्रेलिया की चिंता की बात होगी कि देश के साझेदार इस मोड़ पर अपनी दिशा बदल लें." पेन 2002 से 2008 के बीच आस्ट्रेलियाई सेना की चीफ रह चुकी हैं.
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डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने अमेरिकी सेना को अफगानिस्तान में तैनात करीब 7,000 अमेरिकी सैनिकों की घर वापसी शुरू करने के आदेश दिए थे. यह एक ऐसा कदम है, जिससे युद्ध की मार झेल रहे देश के अराजकता की गर्त में जाने की आशंका बढ़ गई है. समाचार पत्र 'द न्यूयॉर्क टाइम्स' ने पिछले दिनों एक रक्षा अधिकारी के हवाले से बताया था कि राष्ट्रपति ट्रंप ने अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों को हटाने का फैसला ठीक उसी समय लिया है, जब उन्होंने सीरिया से अमेरिकी सुरक्षा बलों को वापस बुलाने का फैसला किया.
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मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि सैनिकों की घर वापसी में महीनों लग सकते हैं. यह फैसला अगस्त 2017 में ट्रंप के बयान के बिल्कुल उलट है, जिसमें उन्होंने अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों की संख्या में थोड़ी वृद्धि करने की बात कही थी. अफगानस्तिान से सैनिकों को वापस बुलाने का फैसला ऐसे समय में भी आया है, जब तालिबान के साथ 17 साल पुरानी लड़ाई खत्म करने के लिए अमेरिका शांति समझौते पर वार्ता करने का प्रयास कर रहा है. टाइम्स के मुताबिक, अचानक लिए गए इस फैसले ने अफगान अधिकारियों को हैरान कर दिया, जिन्होंने कहा कि उन्हें इस योजना के बारे में नहीं बताया गया था.
Source : IANS