पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने घोषणा की कि वह जवाबदेही अदालत द्वारा उन्हें 10 साल जेल की सजा सुनाए जाने के बाद वह पाकिस्तान आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उन्हें इसलिए सजा दी गई है, क्योंकि उन्होंने देश के 70 साल के इतिहास को बदलने की कोशिश की है। फैसला सुनाए जाने के कुछ घंटों बाद शरीफ ने अपनी बेटी मरयम नवाज के साथ लंदन में एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया।
तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके नवाज ने कहा कि यदि 'वोट के लिए सम्मान की मांग करने की सजा जेल है, तो मैं उसका सामना करने के लिए आ रहा हूं।'
उन्होंने कहा कि वह उन लोगों के गुलाम नहीं रहेंगे, जो अपनी शपथ और पाकिस्तान के संविधान का उल्लंघन करते हैं।
नवाज ने कहा, 'मैं वादा करता हूं कि मैं तबतक यह संघर्ष जारी रखूंगा, जबतक कि पाकिस्तानियों को उन बेड़ियों से मुक्ति नहीं मिल जाएगी, जिसे उन्हें सच बोलने के लिए पहनाई गई हैं।'
शरीफ ने हालांकि पाकिस्तान लौटने की किसी निश्चित समय या तिथि के बारे में नहीं बताया। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी कुलसुम नवाज की बिगड़ती सेहत के कारण वह तत्काल लौटने में अक्षम हैं।
उन्होंने जवाबदेही अदालत के फैसले पर अपनी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, 'अदालत में मेरी तरफ से जितनी याचिकाएं दायर की गईं किसी को मंजूर नहीं किया गया, उनमें से अधिकांश खारिज कर दी गईं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि ऐसा अधिकांश मामलों में नहीं होता है।'
Source : IANS