पाकिस्तान (Pakistan) में इमरान खान सरकार (Imran Khan) के इस्तीफे की मांग के साथ आंदोलनरत जमीयते उलेमाए इस्लाम-एफ (जेयूआई-एफ) ने देश में सड़कों पर धरना देने के अपने आंदोलन को वापस लेने का ऐलान किया है. जेयूआई-एफ सदस्यों ने अपने नेता मौलाना फजलुर रहमान के नेतृत्व में 13 दिन तक इस्लामाबाद में धरना दिया और इसके बाद अपने आंदोलन के प्लान बी के तहत राजधानी में धरना समाप्त कर देश में विभिन्न सड़कों पर धरना देने का आंदोलन शुरू किया था. अब इसे वापस ले लिया गया है.
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पाकिस्तान के विपक्षी दलों की संयुक्त समिति, रहबर समिति, की बैठक में इस आशय का फैसला लिया गया. समिति की बैठक के बाद जेयूआई-एफ के नेता अकरम दुर्रानी ने प्रेस कांफ्रेंस में देश भर में धरना खत्म करने का ऐलान किया. उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे अब सभी सड़कों को खोल दें. अब सड़कें बंद नहीं की जाएंगी, क्योंकि इससे आम लोगों व व्यापारियों को परेशानी हो रही है.
इसके बजाए अब जिला स्तर पर सभाएं की जाएंगी जिनकी विस्तृत जानकारी जल्द ही दी जाएगी. उन्होंने कहा कि इमरान सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. सरकार को हटाने के लिए प्लान बी के बाद अब और किसी प्लान की जरूरत नहीं है.
बता दें कि जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) के प्रदर्शनकारी शनिवार को हब रिवर रोड पर फिर लौट आए. इससे पहले शुक्रवार की रात प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन रोक दिया था. डॉन न्यूज के अनुसार, पार्टी के नेता मौलाना उमर सादिक ने कहा कि जेयूआईएफ नेतृत्व ने प्रदर्शनकारियों को निर्देश दिए हैं कि यात्रियों को इसके चलते असुविधा नहीं होनी चाहिए, इसलिए धरना हर दिन रविवार को सुबह 8 से शाम 8 बजे तक दिया जाएगा. लेकिन अब जेयूआई-एफ ने प्लान बी के तहत धरना समाप्त कर दिया है.
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इस धरना से लोगों को काफी असुविधा हो रही थी. अंतर्राष्ट्रीय मार्ग के अवरुद्ध होने से यात्रियों, महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गो सहित यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इससे पहले कराची को बलूचिस्तान से जोड़ने वाले राजमार्ग को अवरुद्ध करने को लेकर जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. इस्लामाबाद में मौजूदा सरकार के खिलाफ धरना समाप्त करने के बाद पार्टी ने अब दूसरे चरण का अपना विरोध प्रदर्शन शुरू किया था.
डॉन न्यूज ने पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से कहा, "जेयूआई-एफ के नेताओं और समर्थकों सहित 250 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. शुक्रवार को उन्होंने अचानक राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया, जिससे वाहनों के बीच टक्कर हुई और उनमें से कुछ को नुकसान पहुंचा." उन्होंने कहा कि अभी तक मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.