Pakistan में महंगाई से लोगों का बुरा हाल हैं लोग दाने-दाने से मोहताज हैं, आम आदमी के पहुंच से रोजमर्रा की चीजे पहुंच से दुर होते जा रही है. लोगों को नये साल में भी महंगाई से राहत नही मिली हैं. रसोई गैस के दाम 10 हजार पाकिस्तान रूपये हो गई वही चिकन करीब 700 रूपये प्रति किलो तक मिल रहा हैं. लोगों का कहना है कि आटे के दाम इतने ज्यादा बढ़ गई है फिर भी नही मिल रहा है. आटा लेने के लिए लोगों को दिनभर लाइन में लगना पड़ रहा हैं. पाकिस्तान के वित्त मंत्री का कहना है कि दिसंबर में महंगाई दर 24.5 प्रतिशत तक बढ़ गई है वही यह पिछले साल यह करीब 12 प्रतिशत थी.
पाकिस्तान में महंगाई बढ़ने के कई कारण हैं-
सबसे बड़ा कारण है पाकिस्तान पर विदेशी कर्ज:
वर्ल्ड बैंक के सालाना रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में पाकिस्तान पर विदेशी कर्ज करीब 130 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है जिसमें उसे 33 बिलियन डॉलर वित्त वर्ष 2023 तक चुकता करना है. इस मामले पर पाकिस्तान की सेंट्रल बैंक ने बयान जारी कर कहा है कि उसने 20 बिलियन डॉलर की व्यवस्था कर ली था और उसे अभी भी 13 बिलियन डॉलर की आवश्यकता हैं. पाकिस्तान के विदेशी कर्ज में एक बड़ा हिस्सा चीन से विकास के नाम पर लिया गया कर्ज शामिल हैं. पाकिस्तान हर साल करीब 5 बिलियन डॉलर कर्ज का ब्याज चीन को अदा करता हैं. चीन ने पाकिस्तान को श्रीलंका की तरह कर्ज के जाल में फंसा लिया हैं.
दूसरा बड़ा कारण है विदेशी मुद्रा में कमी:
पाकिस्तान एक तरफ विदेशी कर्ज से परेशान है वही दूसरी ओर उसके सेंट्रल बैंक के पास विदेशी मुद्रा भंडार में कमी शामिल हैं. विश्व बैंक के मुताबिक पाकिस्तान के पास जनवरी 2022 में करीब 16.6 बिलियन डॉलर था लेकिन अभी उसके पास मात्र 5.6 बिलियन डॉलर ही बचा हैं. यह पिछले आठ साल में सबसे कम हैं. वही दूसरी ओर पाकिस्तान के रूपये के लगातार गिरना शामिल हैं विश्व बैंक के आकड़े के मुताबिक पिछले एक साल में यह करीब 30 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई जो एशिया में सबसे खराब प्रदर्शन रहा है. इस समय एक डॉलर 230 पाकिस्तान रूपये के बराबर हो चुका हैं.
तीसरा बड़ा कारण हैं पाकिस्तान में आई बाढ़:
पाकिस्तान में पिछले साल आई बाढ़ ने भी पाकिस्तान को काफी नुकसान किया. संयुक्त राष्ट्र के आकंड़ो के मुताबिक पाकिस्तान को करीब 30 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है वही एक समय में एक तिहाई पाकिस्तान बाढ़ की चपेट में था. पाकिस्तान के मंत्री के कहना है कि बाढ़ ने करीब 33 मिलियन पाकिस्तानियों को प्रभावित किया था. वही इस पर पाकिस्तान की वित्त मंत्री संयुक्त राष्ट्र से 16 बिलियन डॉलर की सहायता राशि की मांग की हैं.
Source : News Nation Bureau