अमेरिका ने पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ लड़ रहे अलगाववादी संगठन ‘बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी’ (बीएलए) को आतंकवादी समूह घोषित किया है. अमेरिका ने यह निर्णय ऐसे समय में लिया जब इस संगठन ने बंदरगाह शहर ग्वादर में पांच सितारा होटल पर हमला किया था. पाकिस्तान ने 2006 में इस संगठन पर पाबंदी लगाई थी और अमेरिका से भी ऐसा करने का अनुरोध किया था. विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा, 'बीएलए एक हथियारबंद अलगाववादी समूह है जो पाकिस्तान के मुख्य रूप से जातीय बलूच क्षेत्रों में सुरक्षाबलों और आम नागरिकों को निशाना बनाता है.'
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मंत्रालय ने अमेरिका के किसी व्यक्ति द्वारा बीएलए उग्रवादियों को मदद करना अपराध बनाया है. मंत्रालय ने कहा कि संगठन ने अगस्त 2018 में बलूचिस्तान में चीन के इंजीनियरों को निशाना बनाने वाले आत्मघाती हमले सहित बीते वर्ष कई आतंकवादी हमलों को अंजाम दिया. संगठन ने 2019 में ग्वादर के एक आलीशान होटल पर हमला किया था. अमेरिका के कदम का स्वागत करते हुए पाकिस्तान ने कहा कि उसे आशा है कि यह कार्रवाई सुनिश्चित करेगी कि बीएलए पर अंकुश लगाया जा सकेगा.
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बता दें, बलोच रिपब्लिकन पार्टी के नेता ब्रहुम्दाग बुग्ती ने पाकिस्तान पर आरोप लगाते हुए कहा था कि बलूच में स्थिति लागातर खराब होती जा रही है. बलूच में रहने वाले लोग हर दिन पाकिस्तानी सेना का शिकार हो रहे हैं. ब्रहुम्दाग बुग्ती का आरोप था कि पाकिस्तानी सेना लगातार बलूच में रहने वाले लोगों का अपहरण कर रही है. बुग्ती ने आरोप लगाते हुए कहा था कि पाकिस्तानी सेना बलूच, पश्तून, मुहाजिर, सिंधी, और धार्मिक अल्पसंख्यकों की आवाज दबाने और कुचलने के लिए लोगों का अपहरण करवा रही है और इसे उनके खिलाफ एक हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है.
Source : PTI