संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने प्रवासियों एवं शरणार्थियों की सुरक्षा एवं व्यवस्था के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का आह्वान किया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, बान ने रविवार को अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी दिवस पर अपने संदेश में कहा कि नागरिकों पर सशस्त्र संघर्ष के विनाशकारी प्रभाव की वजह से 2016 शरणार्थियों और प्रवासियों के लिए बहुत उथल-पुथल भरा साल रहा।
उन्होंने बताया कि भूमध्यसागर पार करने के दौरान हजारों लोगों को जान गंवानी पड़ी है। इसके अलावा, शरणार्थियों व प्रवासियों को अलग-थलग रहना पड़ा और समाज में नकारात्मकता फैलाने का आरोप भी झेलना पड़ा।
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अंतर्राष्ट्रीय प्रवासियों की कुल संख्या साल 2000 के 17.5 करोड़ से 2015 में बढ़कर 24.4 करोड़ हो गई।
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, 10 में से एक प्रवासी की उम्र 15 साल से कम है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सितंबर 2016 में शरणार्थियों और प्रवासियों के लिए न्यूयॉर्क घोषणात्र अंगीकार किया था।
Source : IANS