बांग्लादेश के चटगांव जिले में एक निजी कंटेनर डिपो में भीषण आग लगने से कम से कम 39 लोगों की मौत हो गई और 10 पुलिसकर्मियों सहित करीब 500 अन्य घायल हो गए. रात करीब साढ़े दस बजे शनिवार को सीताकुंडा में नीदरलैंड-बांग्लादेश संयुक्त उद्यम कंपनी बीएम कंटेनर डिपो लिमिटेड में आग लग गई. अधिकारियों ने बताया कि आग लगने के 40 मिनट के भीतर ही एक बड़ा धमाका हो गया और विस्फोटक रसायनों की मौजूदगी के कारण आग एक कंटेनर से दूसरे कंटेनर में फैल गई. अग्निशमन सेवा के महानिदेशक ने कहा कि कंपनी का कोई भी मालिक या निदेशक उपलब्ध नहीं है. यह भी पता नहीं चल पाया है कि किस प्रकार के रसायनों को संग्रहीत किया गया था या कितने कंटेनर मौजूद थे.
5 किमी के क्षेत्र में फैली आग
अधिकारी ने कहा कि चूंकि आग अभी भी लगी हुई है, जिसे पूरी तरह से बुझने में 24 घंटे और लग सकते हैं, इसलिए डिपो के पास जाना संभव नहीं है. आग 5 किमी के क्षेत्र में फैल गई है. चटगांव अग्निशमन सेवा और नागरिक सुरक्षा के सहायक निदेशक, मोहम्मद फारुक हुसैन सिकदर ने बताया, 'आग बुझाने के लिए लगभग 29 अग्निशमन इकाइयां काम कर रही हैं और 50 एम्बुलेंस मौके पर तैयार हैं.' डिपो से करीब 21 किलोमीटर दूर चटगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल (सीएमसीएच) में आईसीयू बेड पहले से ही भरे हुए हैं, जबकि संकट की स्थिति में डॉक्टरों की छुट्टी रद्द कर दी गई है.
कंटेनर में रखे थे रसायन
घायलों को सीएमसीएच और संयुक्त सैन्य अस्पताल (सीएमएच) समेत विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. बीएम कंटेनर डिपो को एक अंतर्देशीय कंटेनर डिपो के रूप में स्थापित किया गया था. यह मई 2011 से काम कर रहा है. कंटेनरों में विभिन्न प्रकार के आयात और निर्यात रसायन थे. बीएम कंटेनर डिपो के निदेशक मुजीबुर रहमान ने एक बयान में दावा किया कि यह स्पष्ट नहीं है कि आग किस वजह से लगी. उन्होंने कहा, 'लेकिन मुझे लगता है कि आग कंटेनर से शुरू हुई थी. घायलों को सर्वोत्तम उपचार सुनिश्चित करने के लिए व्यवस्था की जा रही है. हम इलाज की पूरी लागत वहन करेंगे. दुर्घटना में घायल लोगों को अधिकतम मुआवजा दिया जाएगा.' उन्होंने कहा, 'इसके अलावा, हम सभी पीड़ितों के परिवारों की जिम्मेदारी लेंगे.'
HIGHLIGHTS
- सीताकुंडा में बीएम कंटेनर डिपो लिमिटेड में आग लगी
- आग लगने के 40 मिनट के भीतर ही एक बड़ा धमाका
- आग इतनी भीषण की रविवार रात तक आएगी काबू में