पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की बड़ी बेटी बख्तावर भुट्टो-जरदारी ने अहतराम-ए-रमजान (संशोधन) बिल को हास्यास्पद बताया। बता दें कि पिछले सप्ताह सीनेट की धार्मिक मामलों पर गठित स्टैंडिंग कमिटी ने 1981 के अहतराम-ए-रमजान बिल में संसोधन को मंजूरी दे दी है।
गौरतलब है कि संशोधित बिल के तहत अब रमजान के दौरान खुलेआम नशा करने या खाने-पीने पर 500 से लेकर 25,000 पाकिस्तानी रुपये जुर्माना और 3 महीने जेल की सजा का प्रावधान किया है।
इसे भी पढ़ें: कुलभूषण जाधव की फांसी पर इंटरनेशनल कोर्ट ने लगाई रोक, भारत को मिली बड़ी जीत
इस सजा के प्रावधान के खिलाफ बख्तावर ने 11 मई (गुरूवार) को एक के बाद एक कई ट्वीट किए। बख्तावर ने ट्विटर पर लिखा, 'लोग इस शर्मनाक कानून के कारण लू और डीहाइड्रेशन से लोग मरेंगे। यह इस्लाम नहीं है।'
बख्तावर ने इस बिल को पाखंड बताते हुए कहा कि रमजान के दौरान रोजा ना रखने वालों को जेल की सजा मिलती है लेकिन आंतकवादियों को खुला घूमने की इजाजत है। बख्तावर ने ट्वीट किया, 'रमजान में पानी पीने के लिए तीन महीने की जेल लेकिन स्कूली लड़की मलाला पर आतंकवादी जानलेवा हमला कर सकता है और टीवी पर मुस्कराता हुए दिख सकता है।'
इसे भी पढ़ें: लीक रिपोर्ट मामले में पाकिस्तानी सेना ने नवाज़ शरीफ़ के निर्देश को खारिज करने वाला ट्वीट लिया वापस
बख्तावर ने कहा कि रोजा रखना इस्लाम के पांच बुनियादी सिद्धांतों में एक है लेकिन ऐसा कहां लिखा है कि ऐसा न करने वाले को गिरफ्तार किया जाए। रमजान के दौरान दुनिया के कुछ हिस्सों में मुसलमान समुदाय के लोग सूर्योदय से सूर्यास्त तक नहीं खाते-पीते हैं।
आईपीएल से जुड़ी सभी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की खबर के लिए यहां क्लिक करें
HIGHLIGHTS
- बेनजीर भुट्टो की बेटी बख्तावर ने अहतराम-ए-रमजान (संशोधन) बिल को हास्यास्पद बताया
- बख्तावर ने कहा रोजा ना रखने वालों को जेल की सजा मिलती है लेकिन आंतकवादियों को खुला घूमने की इजाजत
Source : News Nation Bureau