विद्या देवी भंडारी मंगलवार को नेपाल के राष्ट्रपति के तौर पर दूसरे कार्यकाल के लिए निर्वाचित हुईं। भंडारी सत्ताधारी वाम गठबंधन की उम्मीदवार थीं। उन्हें दो प्रमुख मधेसी दलों का समर्थन हासिल था। उन्होंने मुख्य विपक्षी दल नेपाली कांग्रेस की कुमारी लक्ष्मी राय को शिकस्त दी।
निर्वाचन आयोग के प्रवक्ता नवराज ढकाल ने बताया कि नेपाल में राष्ट्रपति पद के लिए सोमवार को हुए चुनाव में भंडारी को 39,275 मत मिले जबकि उनकी निकटतम प्रतिद्वंद्वी राय को 11,730 मत प्राप्त हुए।
नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी-यूएमएल नेता भंडारी पहली बार 28 अक्टूबर 2015 को नेपाल की राष्ट्रपति निर्वाचित हुई थीं।
दिवंगत कम्युनिस्ट नेता मदन भंडारी की पत्नी विद्या देवी भंडारी अपने स्कूली दिनों से ही राजनीति में सक्रिय रही हैं। हालांकि, वह एक सड़क हादसे में अपने पति के असामयिक निधन के बाद चर्चा में आईं।
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उन्होंने 1994 और 1999 में संसदीय चुनाव में जीत हासिल की थी। वह देश की रक्षामंत्री भी रह चुकी हैं।
नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी-यूएमएल में तब उनका प्रभाव काफी बढ़ गया जब वह बुटवल में आयोजित पार्टी के आठवें सम्मेलन मे उपाध्यक्ष निर्वाचित हुईं। माना जाता है कि भंडारी पार्टी के अध्यक्ष व नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली की विश्वस्त हैं।
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Source : IANS