भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान में सियासी उथल पुथल जारी है. इसी बीच पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में ईशनिंदा का मामला सामने आया है. इस घटना के बाद बुधवार 16 अगस्त को कई गिरजाघरों में तोड़फोड़ की गई. पाकिस्तान मीडिया के अनुसार फैसलाबाद के जरनवाला जिले के ईसा नगरी इलाके में स्थित साल्वेशन आर्मी चर्च, यूनाइटेड प्रेस्बिटेरियन चर्च, एलाइड फाउंडेशन चर्च और शहरूनवाला चर्च में भीड़ के द्वारा तोड़फोड़ की गई है. ईशनिंदा के आरोपी का घर भी तोड़कर खत्म कर दिया गया है.
पाकिस्तान के एक अखबार के अनुसार जरानवाला जिले के पादरी ने जानकारी दी कि शांति समितियों से लगातार बातचीत की जा रही है. स्थिति को काबू में करने और इलाके में शांति बनाए जाए की कोशिश की जा रही है. वहीं पूरे एरिया में पुलिस को तैनात कर दिया गया है. पुलिस स्थिति को नियत्रंण में करने में लग गई है.
पुलिस का बयान
वहीं, पंजाब पुलिस के चीफ उस्मान अनवर ने कहा कि वो प्रदर्शनकारियों से लगातार बात कर रहे हैं. इलाके में पुलिस तैनात किया जा चुका है. पुलिस ने कहा कि यहां पतली गलियां है. इन गलियों में 2-3 छोटे गिरजाघर स्थित है, वहीं एक मेन गिरजाघर है. पुलिस ने बताया कि प्रदर्शन के द्वारा गिरजाघरों के कुछ को तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचाया गया है.
बिशप का बड़ा आरोप
इस घटना पर ईसाई नेताओं ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि तोड़फोड़ के दौरान पुलिस हाथ बांधकर खड़ी रही और कार्रवाई नहीं की. पाकिस्तान चर्च के अध्यक्ष बिशप आजाद मार्शल का कहना है कि उपद्रवियों ने खुद बाइबिल का अपमान किया और पवित्र कुरान के अपमान का झूठा आरोप लगा दिया. उन्होंने ट्विटर के जरिए एक पोस्ट शेयर कर पुलिस से घटना पर एक्शन की मांग की है. बिशप ने मांग की है कि उन्हें यकीन दिलाया जाए कि पाकिस्तान में उनकी रक्षा की जाएगी और ऐसी घटना फिर नहीं होगी.
Source : News Nation Bureau