अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबानी सरकार (Talibani government ) बनने के बाद वहां के लोगों को जीना मुहाल हो गया है. अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में रविवार को मस्जिद के पास जबरदस्त धमाका हो गया है. इस धमाके में कई नागरिकों की मौत हो गई है. तालिबानी सरकार के हवाले से एएफपी समाचार एजेंसी ने इस विस्फोट की पुष्टि की है. तालिबान की सरकार के बनने के बाद अफगानिस्तान में ये कोई पहला धमाका नहीं है, इससे पहले कई बार तालिबानियों की ओर से गोलीबारी और धमाका किया जा चुका है.
आपको बता दें कि इससे पहले अफगानिस्तान के पूर्वी प्रांत नंगरहार में हुई गोलीबारी में एक पत्रकार समेत कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई. अधिकारियों ने रविवार को इसकी पुष्टि की. एक सुरक्षा सूत्र ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया, पत्रकार और लेखक सैय्यद मरोफ सआदत अपने रिश्तेदारों के साथ शनिवार शाम जलालाबाद शहर के पुलिस जिला 5 में सड़क के किनारे एक पालकी में यात्रा कर रहे थे, जब एक रिक्शा में सवार बंदूकधारियों ने उन पर गोलियां चला दीं.
सूत्र ने बताया कि गोली लगने से सआदत का बेटा और वाहन का चालक घायल हो गया. एक स्वतंत्र अफगान मीडिया समूह अफगान पत्रकार सुरक्षा समिति (एजेएससी) ने हत्या की निंदा की है. सूत्र के मुताबिक, अभी तक किसी समूह ने गोलीबारी की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन तालिबान अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं. अगस्त के मध्य में तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद से, कम से कम 10 लोग मारे गए हैं और कई अन्य घायल हुए हैं. शनिवार का हमला परवान प्रांत के प्रांतीय केंद्र चरिकर शहर में शुक्रवार को हुए विस्फोट के एक दिन बाद हुआ है.
Source : News Nation Bureau