पाकिस्तान के कराची में हुए बम धमाके में 4 लोगों की मौत हो गई. इस हमले में मरने वालों में 3 चीनी नागरिक भी शामिल हैं. इस पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ (Prime Minister Shahbaz Sharif) ने इस्लामाबाद में चीनी दूतावास का दौरा किया और चीनी चार्ज डी' एफ़ेयर्स पैंग चुनक्स्यू, पैंग चुनक्सु से मुलाकात की. इस दौरान पीएम शाहबाज शरीफ (PM Shahbaz Sharif) ने भी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Chinese President Xi Jinping) के प्रति संवेदना का विशेष संदेश लिखा है. साथ ही पीएम शरीफ ने कराची विश्वविद्यालय में वैन विस्फोट में चीनी निवासियों की मौत पर दुख व्यक्त किया है.
प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने कहा कि अपने 'लौह भाइयों' पर हुए नृशंस हमले से पूरा पाकिस्तानी देश सदमे और शोक में है. पूरा पाकिस्तान सरकार, लोगों और पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता है. उन्होंने आगे कहा कि आतंकवाद की इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं. हमारी सरकार पाकिस्तान की धरती से हर तरह के आतंकवाद और आतंकियों को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है.
उन्होंने आगे कहा कि हम घटना की जांच तेजी से करेंगे और दोषियों को कानून के मुताबिक चेतावनी का निशान बनाएंगे. पीएम शरीफ ने बुधवार को गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह को कराची पहुंचने का निर्देश दिया है. जब तक अपराधियों को गिरफ्तार और दंडित नहीं किया जाता, तब तक चीन नहीं छोड़ेंगे. चीनी लोगों की जान लेने वालों को फांसी दी जाएगी.
पीएम शरीफ ने आगे कहा कि पाकिस्तान और चीन के बीच लोहे के संबंधों पर हमला असहनीय है, इन महान द्विपक्षीय संबंधों पर असर नहीं पड़ेगा. शवों की स्वदेश वापसी और घायलों की सम्मान के साथ वापसी के सभी इंतजाम करेंगे. पीएम ने पाकिस्तान में चीनी निवासियों और संस्थानों की सुरक्षा बढ़ाने और उन्हें फुलप्रूफ बनाने का आदेश दिया है. हम अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. इस मौके पर प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के साथ संघीय मंत्री अहसान इकबाल, सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब, विदेश राज्य मंत्री हिना रब्बानी खार और गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह भी थे.
Source : News Nation Bureau