आज ब्रिटेन में आम चुनाव हो रहे हैं. आज देश का नया नेता चुना जाएगा. मुख्य मुकाबला यहां सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी और विपक्षी लेबर पार्टी के बीच है. सत्तारूढ़ दल का दारोमदार प्रधानमंत्री ऋषि सुनक पर है तो विपक्षी पार्टी की जिम्मेदारी सर कीर स्टार्मर के ऊपर है. चुनाव पूर्व सर्वों की मानें तो 14 साल बाद लेबर पार्टी सत्ता में वापसी कर सकती है और ऋषि सुनक की पार्टी सत्ता से बेदखल हो सकती है. ऐसे में यह जानना अहम है कि आखिर कौन हैं कीर स्टार्मर, जो वनवास के बाद अपनी पार्टी की सत्ता में वापसी करा सकते हैं.
कीर स्टार्मर ब्रिटेन की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के अध्यक्ष. वे पेशे से वकील रह चुके हैं. लेबर पार्टी की मानें तो स्टार्मर ने पूरा जीवन लोगों को न्याय दिलाया है. स्टार्मर इंग्लैंड के पूर्वी शहर सरी के ऑक्सटेड नाम के शहर में पले-बढ़ें हैं. उनके पिता कारखाने में कारीगर थे तो मां नर्स. उनके परिवार ने कई चुनौतियों का सामना किया है. उन्होंने अपनी मां को दुर्लभ बीमारियों से संघर्ष करते देखा है. स्कूल की पढ़ाई के बाद उन्होंने एक ग्रामर स्कूल में एडमिशन लिया. कीर फुटबॉल के शौकीन थे. हर रविवार वे अपने दोस्तों के साथ फुटबॉल खेला करते थे. 18 साल की उम्र में उन्हें लीड्स यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई करने का मौका मिला. कीर अपने परिवार के पहले शख्स थे, जिन्होंने यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया हो.
बैरिस्टर के रूप में शुरू किया करियर
साल 1987 में उन्होंने वकील के रूप में अपने करियर की शुरुआत की. उन्होंने अपना अधिक समय गरीबों को मुफ्त सलाह देे में बिताया. मुफ्त कानूनी सलाह देने के साथ-साथ उन्होंने कई हाईप प्रोफाइल मामलों पर भी काम किया. उत्तरी आयरलैंड पुलिसिंग बोर्ड में काम करते वक्त उनकी मुलाकात वोक्टोरिया से हुई, जिन्होंने आगे चलकर साल 2007 में शादी की. कीर फिलाहल दो बच्चे के पिता है. विक्टोरिया वर्तमान में ब्रिटेन की एनएचएस के लिए काम करती है. शादी के साल भर बाद कीर 2008 में लोक अभियोजन के निदेशक बने. उन्होंने पद पर रहते हुए ऐसे फैसले लिए, जिसका फायदा लोगों को आज भी मिल रहा है. आपराधिक न्याय के क्षेत्र में सेवाओं के लिए 2014 में उन्हें नाइटहुड की उपाधि से सम्मानित किया गया।
इसलिए राजनीति में रखा कदम
दुनिया को सभी के लिए निष्पक्ष बनाने के लिए उन्होंने राजनीति में एंट्री की. स्टार्मर ने पहली बार 2015 में सांसद बने. उस वक्त वे 52 साल के थे. वे वर्तमान में साउथ सेंट्रल लंदन की होलबोर्न और सेंट पैनक्रास सीट से सांसद है. वे 2015 से 2016 तक एक साल के लिए शैडो कैबिनेट में आव्रजन मंत्री थे. कीर 2016 से 2020 तक चार साल के लिए ईयू से बाहर निकलने के लिए शैडो स्टेट सेक्रेटरी भी थे.
पार्टी अध्यक्ष बने तो पार्टी को हुआ खूब नुकसान
कीर को 2020 के अप्रैल में लेबर पार्टी का अध्यक्ष चुना गया. इस साल पार्टी 85 वर्षों की सबसे बुरी हार मिली. उन्होंने एक मिशन बनाया कि वि अपनी पार्टी को विजयी बनाकर ही रहेंगे. आम चुनाव में लेबर पार्टी ने जनता से जुड़े मुद्दे उठाए. लेबर पार्टी का कहना है कि हमारी सेवाएं ठप्प हैं. देश में मेहनत करने वाले लोगों का गुजारा भी नहीं हो रहा है. पीड़ितों को धोखा दिया जा रहा है. ब्रिटेन की आने वाली पीढ़ी खतरनाक है.
Source : News Nation Bureau