ब्रिटेन में हुए आम चुनाव में कंजरवेटिव पार्टी ने 318 सीटों जीत दर्ज की है जबकि लेबर पार्टी को 262 सीटें मिली है। शुक्रवार देर रात जारी किए गए अंतिम नतीजों में लेबर पार्टी ने आखिरी निर्वाचन क्षेत्र पर जीत दर्ज की। ब्रिटेन की वर्तमान प्रधानमंत्री थेरेसा में ने वहां मध्यावधि चुनाव करने का फैसला किया था।
इन चुनावों के नतीजों से देश में त्रिशंकु संसद बनने का रास्ता साफ हो गया है क्योंकि किसी भी पार्टी को बहुमत के लिए 326 सीटें नहीं मिली हैं।
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने चुनाव परिणाम आने के बाद कहा उनकी पार्टी डेमोक्रेटिक यूनियनिस्ट पार्टी (डीयूपी) के समर्थन से मिलकर सरकार का गठन करेगी। इस चुनाव में कंजर्वेटिव और एसएनपी दोनों पार्टियों को सीटों का नुकसान झेलना पड़ा है। 2015 में हुए आम चुनाव में कंजर्वेटिव को 331, लेबर को 232, लिब डेम को 8 और एसएनपी ने 56 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
पार्टी को बहुमत न दिला पाने के कारण अब उनपर इस्तीफे का दबाव है। वहीं एक्जिट पोल में कंजर्वेटिव को 318 सीटें, लेबर को 267 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था।
आखिरी परिणाम आने से पहले थेरेसा ने कहा था कि ब्रिटेन को स्थिरता की जरूरत है। कॉर्बिन ने इससे पहले ट्विटर पर यह दावा किया था कि लेबर पार्टी ब्रिटेन की राजनीति का चेहरा बदल देगी।
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विपक्षी दल लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कॉर्बिन ने कहा, 'राजनीति बदल गई है और यही लोग कह रहे हैं। मुझे नतीजों पर गर्व है और उम्मीद का मतदान हुआ है। प्रधानमंत्री ने चुनाव की घोषणा की कि क्योंकि वह जनादेश चाहती थीं, और जनादेश यह है कि वह हार गई हैं।'
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HIGHLIGHTS
- ब्रिटेन आम चुनाव में कजरवेटिव बनी सबसे बड़ी पार्टी
- थेरेसा दोबारा बन सकती हैं प्रधानमंत्री, त्रिशंकु संसद
Source : News Nation Bureau