ब्रिटिश सरकार ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) के कथित सहयोगी टाइगर हनीफ (Tiger Hanif) के प्रत्यर्पण के लिये भारत का अनुरोध ठुकरा दिया है. ब्रिटेन के गृह विभाग ने यह पुष्टि की है. भारत में हनीफ गुजरात (Gujarat) के सूरत शहर में 1993 में हुए दो बम विस्फोटों के मामले में वांछित है. हनीफ का पूरा नाम मोहम्मद हनिफ उमेरजी पटेल है और ग्रेटर मैनचेस्टर के बोल्टॉन के एक किराना दुकान में दिखने के बाद स्कॉटलैंड यार्ड ने प्रत्यर्पण वारंट के आधार पर उसे फरवरी 2010 में गिरफ्तार किया था. हनीफ ने उसके बाद ब्रिटेन (Britain) में रहने का प्रयास करते हुए बार-बार यह कहा है कि भारत भेजे जाने पर वहां उसे प्रताड़ित किया जाएगा.
यह भी पढ़ेंः Coronavirus (Covid-19) : कोरोना के संक्रमण में रिकॉर्ड तेजी, 5000 से अधिक केस सामने आए
पाकिस्तान ने की थी मदद
आखिरकार, गृह मंत्री साजिद जावेद के कार्यकाल में उसे कानूनी सफलता मिली और पाकिस्तानी मूल के मंत्री (जावेद) ने पिछले साल उसके भारत प्रत्यर्पण के अनुरोध को खारिज कर दिया. ब्रिटेन के गृह विभाग के सूत्र ने रविवार को कहा, 'हम पुष्टि कर सकते हैं कि हनीफ के प्रत्यर्पण का अनुरोध तत्कालीन गृह मंत्री ने खारिज कर दिया था और अदालत ने उसे अगस्त 2019 में आरोप मुक्त कर दिया.' हनीफ के प्रत्यर्पण का पहला आदेश जून 2012 में तत्कालीन गृह मंत्री टेरेसा मे ने दिया था.
यह भी पढ़ेंः बिहार और यूपी के लिए आज नोएडा से चलेंगी 7 श्रमिक स्पेशल ट्रेन, इस टाइमटेबल को देखकर करें सफर
भारत फिर कर सकता है अपील
ब्रिटेन के गृह विभाग के सूत्र ने रविवार को इस संबंध में कहा कि हम पुष्टि कर सकते हैं कि हनीफ के प्रत्यर्पण का अनुरोध तत्कालीन गृह मंत्री ने खारिज कर दिया था और अदालत ने उसे अगस्त 2019 में आरोप मुक्त भी कर दिया गया. गृह मंत्रालय के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक ब्रिटेन में पाकिस्तान मूल के नेता साजिद जावेद टाइगर के प्रत्यर्पण को लेकर काफी ड्रामेबाजी की जिसके चलते फिलहाल इसे टाल दिया गया. बता दें कि भारत इस मामले में फिर प्रत्यर्पण की अपील दायर कर सकता है लेकिन, हनीफ को फायदा यह होगा कि वो तब तक जमानत की अर्जी दायर कर सकता है. हालांकि दाऊद का एक और साथी जबीर मोतीवाला ड्रग फाइनेंसिंग समेत कई आरोपों में अब भी जेल में है.