ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सुनक ने मंगलवार को चेतावनी दी है कि ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था ‘‘गहन मंदी’’ की तरफ बढ़ रही है और कोरोना वायरस लॉकडाउन के प्रभाव से इसमें जल्द किसी सुधार की संभावना नहीं दिखाई देती है. भारत मूल के ब्रिटेन के वित्त मंत्री ने हाउस आफ लाड्र्स की आर्थिक समिति से कहा कि उनके हरसंभव प्रयास के बावजूद और ज्यादा रोजगार का नुकसान होगा.
कोरोना वायरस महामारी से ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में किये जाने वाले बदलावों और प्रतिक्रिया को सुनक ही देख रहे हैं. सुनक ने समिति के समक्ष कहा, ‘इस लॉकडाउन का हमारी अर्थव्यवस्था पर बहुत अहम प्रभाव पड़ेगा. हम काफी गंभीर मंदी का सामाना कर सकते हैं, इस तरह की मंदी हमने पहले कभी नहीं देखी और इसका रोजगार पर भी असर होगा.’
उन्होंने कहा, ‘हालांकि हमने इस तकलीफ को कम करने के लिये अप्रत्याशित कदम उठाये हैं, ऐसा होने के बावजूद में हर रोजगार को और हर व्यवसाय को नहीं बचा पाया हूं. आंकड़ों में हम इसे देख रहे हैं और इसमें कोई शक नहीं है कि आने वाले दिनों में और कठिनाइयां आ सकतीं हैं.’
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अर्थव्यवसथा में वापस उछाल आने के बारे में पूछे गये सवाल पर इस वरिष्ठ केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बड़ा सुधार आने में समय लगेगा क्योंकि महामारी के प्रसार को रोकने के लिये जो लॉकडाउन लगाया गया है उसे अभी पूरी तरह से ढीला छोड़ने में समय लगेगा. वित्त मंत्री की यह चेतावनी ऐसे समय सामने आई है जब राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के जारी नये आंकड़ों में यह बताया गया है कि कोराना वायरस लॉकडाउन के दौरान ब्रिटेन में बेरोजगारों की संख्या में आठ लाख 56 हजार 500 की बृद्धि हुई है. अप्रैल माह में बेरोजगारी भत्ते का दावा करने वालों की संख्या बढ़कर 21 लाख तक पहुंच गई.
Source : Bhasha