ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे को ब्रेक्सिट मामले में एक बार फिर बड़ी हार का सामना करना पड़ा है. ब्रिटेन की संसद ने ब्रेक्सिट समझौते पर थेरेसा मे के मसौदे को दूसरी बार खारिज कर दिया है. समझौते का मसौदा अस्वीकार किए जाने के बाद देश के यूरोपीय संघ से अलग होने यानी ब्रेक्सिट को लेकर अनिश्चितता और बढ़ गई है.
सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, सांसदों ने ईयू से अलग होने के थेरेसा के संशोधित मसौदे को मंगलवार को हुए मतदान में 241 के मुकाबले 391 वोटों से खारिज कर दिया. 15 जनवरी के बाद ब्रेक्जिट समझौते पर मे की यह दूसरी बड़ी हार है.
ब्रिटेन को 29 मार्च को यूरोपीय संघ से अलग होना है. नवीनतम मतदान में मिली हार के बाद ब्रिटेन के ईयू से बिना किसी समझौते के ही अलग होने की आशंका के बादल मंडराने लगे हैं.
मतदान के बाद अपने संक्षिप्त संबोधन में थेरेसा मे ने सांसदों से कहा, 'इस सदन ने जो फैसला लिया है, उस पर मुझे गहरा खेद है.'
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उन्होंने कहा, 'ब्रिटेन के सामने जो विकल्प थे, वे अवांछनीय थे, लेकिन उनका समझौता खारिज होने के बाद जो विकल्प बचे हैं उनका सामना करना ही होगा.'
Source : IANS