ब्रिटेन में सन् 1916 में स्थापित प्रवासी भारतीयों के संगठन इंडिया लीग ने भारतीय मूल के करीब 15 लाख लोगों का आंकड़ा तैयार करने के लिए बृहस्पतिवार को ब्रिटिश भारतीयों की पहली जनगणना की घोषणा की. यह जनगणना ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के साथ मिलकर ऑनलाइन की जाएगी . इस साल के आखिर में पहली ब्रिटिश भारतीय रिपोर्ट तैयार होगी जो 2020 में ब्रिटेन के प्रवासी भारतीयों एवं उनके सरोकारों का परिचायक होगी.
जाने माने मीडिया हस्ती और इंडिया लीग के अध्यक्ष सी बी पटेल ने कहा, ‘‘ब्रिटिश भारतीय समुदाय इन सालों के दौरान काफी बदल गया है और यह सर्वेद्वाण हमारे समुदाय को बहुत जरूरी आंकड़े उपलब्ध कराएगा जो हमें चिंता के अहम मुद्दों को समझने और सबसे महत्वपूर्ण उनका निराकरण कैसे किया जाए, में मदद मिलेगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ इंडिया लीग सालों से ब्रिटेन में भारतीयों के हितों के लिए काम कर रहा है.’’
इस सर्वेक्षण के दौरान ब्रिटेन में बसे भारतीयों की धरोहर, पहचान, धार्मिक मान्यता और आचरण की विविधिता एवं उनकी चिंताओं को समझने का प्रयास किया जाएगा. हाउस ऑफ लार्ड्स के सदस्य और इंडिया लीग के सलाहकार संदीप वर्मा ने कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी से ब्रिटिश भारतीय समुदाय समेत (काले, एशियाई और अल्पसंख्यक नस्लीय) के कुछ समुदायों के वर्तमान स्वास्थ्य एवं सामाजिक असमानताओं को उजागर हुआ और कुछ मामलों में उसे बढ़ाया भी है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह शोध हमें अपने समुदाय के अंदर की विविधता को समझने में मदद कर सकता है, तथा ब्रिटिश भारतीयों की जिंदगी के लिए नीति विकसित करने और उनका जीवन समृद्ध बनाने का माध्यम बन सकता है.’’
Source : Bhasha