Boris Johnson Resigns : ब्रिटेन में राजनीतिक संकट कम होने के नाम नहीं ले रहा है. एक के बाद एक हो रहे इस्तीफों के बाद ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी इस्तीफा दे दिया है. हालांकि, उनकी पार्टी अभी तक ये तय नहीं कर पाई है कि सदन में पार्टी का नेता कौन होगा और देश का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा? ब्रिटिश मीडिया (British media) के अनुसार, बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) के साथी लगातार उन पर पीएम पद से इस्तीफा देने का दबाव बना रहे थे.
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एपी की रिपोर्ट के अनुसार, बोरिस जॉनसन के अब तक 40 मंत्री अपना पद छोड़ने की बात कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि वो बोरिस जॉनसन के साथ काम नहीं कर पाएंगे, इसीलिए उन्हें इस्तीफा देना पड़ रहा है. हालांकि, कंजर्वेटिव पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में है, ऐसे में उसे नया चेहरा चुनने में कोई दिक्कत नहीं होगी, क्योंकि कंजर्वेटिव पार्टी किसी सहयोगी पार्टी पर निर्भर नहीं है.
बीबीसी ने अपनी एक हालिया रिपोर्ट में बताया कि कंजरवेटिव नेतृत्व की दौड़ जल्द ही शुरू होगी और अक्टूबर में कंजरवेटिव पार्टी के सम्मेलन के लिए एक नए प्रधानमंत्री पर फैसला होगा. यह घटनाक्रम ऐसे समय पर सामने आया है, जब नई शिक्षा मंत्री मिशेल डोनेलन और उत्तरी आयरलैंड के मंत्री ब्रैंडन लुईस ने इस्तीफा दे दिया है. मंत्री हेलेन व्हाटली, डेमियन हिंड्स, जॉर्ज फ्रीमैन, गाइ ओपरमैन, क्रिस फिलिप और जेम्स कार्टलिज और अन्य कई नेताओं ने भी पद छोड़ दिया है.
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बोरिस जॉनसन के खिलाफ उनकी अपनी ही पार्टी में बगावत हो गई थी. अभी तक अधिकतर प्रमुख नेताओं की ओर से मंत्री पद से इस्तीफा दिया जा चुका है. इससे पहले गुरुवार को कैरोलिन जॉनसन ने पार्टी के उपाध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था. मंगलवार को दो सबसे बड़े इस्तीफे वित्त मंत्री के पद से भारतीय मूल के ऋषि सनक और स्वास्थ्य मंत्री के रूप में पाकिस्तानी मूल के साजिद जाविद के थे. सनक ने सीधे तौर पर अपने इस्तीफे के पत्र में प्रधानमंत्री पर अनौचित्य का आरोप नहीं लगाया, बल्कि इसके बजाय वैचारिक और नीतिगत मतभेदों को उजागर किया. वहीं जाविद ने कहा कि वह अब जॉनसन की सरकार में अच्छे विवेक के साथ सेवा नहीं कर सकते, क्योंकि उन्होंने प्रधानमंत्री में विश्वास खो दिया है.