धर्म परिवर्तन कर सिख से मुस्लिम बनी एक लड़की को इस्लामिक स्टेट में शामिल होने की चाहत के मामले में यूके कोर्ट ने साढ़े तीन साल की सजा सुनाई है।
18 साल की संदीप सामरा ने जब इस्लाम धर्म अपनाया था तब वह किशोरी थी। इसके बाद पिछले साल उसे 1 जून से 31 जुलाई के बीच सीरिया जाने का प्रयास किया था इस दौरान उस पर आतंकी गतिविधियों के लिए तैयारी का दोषी ठहराया गया था।
सामरा ने सुनवाई के दौरान अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि वह युद्धग्रस्त सीरिया में नर्स के तौर पर सेवा देने के लिए जाना चाहती है। उसने यह भी बताया कि उसके इस्लाम अपनाने के बारे में बता दिया है इस वजह से भी वह यूके छोड़ना चाह रही थी।
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सामरा को पिछले साल जून में वेस्ट मिडलैंड्स काउंटर टेररिज्म यूनिट ने गिरफ्तार किया था। जब उसके फोन की जांच की गई थी तो उसके सीरिया में आईएसआईएस के नियंत्रण वाले अन्य इलाकों में जाने के ईरादे रखती थी।
यूनिट के एक अधिकारी ने कहा, 'फोन से मिली सामग्री से उसके माइंड सेट के बारे में पता चला और यह भी सामने आया कि वह आईएसआईएस और जेहादी विचारधार के प्रति रुचि पैदा हो रही है।'
इस दौरान यह भी पता चला कि सामरा की एक ऐसे व्यक्ति से भी लगातार बात हो रही थी जो कि मिस्त्र में रहता था। इन दोनों के बीच प्यार का इजहार भी हुआ और 'जेहाद' में जाने की इच्छा भी जाहिर की गई थी।
सामना ने पहली बार 2015 में आईएसआईएस में शामिल होने की इच्छा जाहिर की थी। लेकिन शिक्षकों के बोलने के बाद उसका पासपोर्ट ले लिया गया था।
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Source : News Nation Bureau