श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी (Ali Sabry) ने सोमवार को भारत-कनाडा राजनयिक विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को कनाड़ा में सुरक्षित पनाह मिल रही है. वहीं उनके पीएम जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) बिना किसी सबूत के अपमानजनक आरोप लेकर सामने आए हैं. साबरी ने एक साक्षात्कार में कहा कि ट्रूडो के बयान से उनको किसी तरह कोई आश्चर्य नहीं है. ऐसी ही बात उन्होंने श्रीलंका को लेकर भी की है. उस समय उन्होंने कहा था कि श्रीलंका में भयानक नरसंहार हुआ था. जबकि इस तरह का कोई नरसंहार नहीं हुआ था.
गौरतलब है कि जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा में आतंकी संगठन के सरगना हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) की गोली मारकर हुई हत्या में भारत का हाथ का आरोप लगाया. इसके बाद भारत-कनाडा के रिश्तों में तनाव पैदा हो गया. गुरुद्वारे के बाहर 18 जून को कनाडा में निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस पर भारत सरकार ने कनाडा के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. इस बीच श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने कनाडा की संसद में एक पूर्व नाजी सैनिक को सम्मान देने के लिए जस्टिन ट्रूडो पर तंज कसा था.
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हस्तक्षेप न करने की भी सलाह दी
अली साबरी ने कहा, ‘मैंने कल देखा कि वह गए थे और दूसरे विश्व युद्ध के दौरान नाजियों से जुड़े किसी शख्स का जोरदार स्वागत किया था. इसलिए यह आरोप संदिग्ध है और हमने अतीत में इससे निपटा है. मुझे अचरज नहीं है कि कभी-कभी पीएम ट्रूडो अपमानजनक और बिना प्रमाण के आरोपों के साथ सामने आते हैं.’ साबरी ने कहा कि ट्रूडो की ‘नरसंहार’ की टिप्पणी ने श्रीलंका-कनाडा संबंधों को प्रभावित किया है. इससे वास्तव में हमारे रिश्ते पर असर पड़ा है. विदेश मंत्रालय ने बहुत साफ रूप से कहा है कि श्रीलंका में नरसंहार नहीं हुआ है. उन्होंने कनाडा के पीएम को एक संप्रभु देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने की भी सलाह दी.
हम अपने देश को किसी और से ज्यादा प्यार करते हैं
श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने कहा कि ‘मुझे नहीं लगता कि किसी को दूसरे देशों में घुसकर बताना चाहिए कि हमें अपने देश पर कैसे शासन करना चाहिए. हम अपने देश को किसी और से ज्यादा प्यार करते हैं. यही वजह है कि हम अपने देश में हैं. हम इस तरह के बयान से बिल्कुल भी खुश नहीं हैं. हिंद महासागर की पहचान बहुत अहम है और हमें क्षेत्रीय ढांचे को मजबूत करने की आवश्यकता है. हमें अपने क्षेत्र की देखभाल करना जरूरी है. हमें मिलकर काम करने की आवश्यकता है. इसी तरह हम शांतिपूर्ण माहौल बना सकते हैं. हमें अपने मामलों में किसी और के इशारे पर नहीं चलना चाहिए.’
HIGHLIGHTS
- ट्रूडो के बयान से किसी तरह कोई आश्चर्य नहीं है: अली साबरी
- पूर्व नाजी सैनिक को सम्मान देने के लिए जस्टिन ट्रूडो पर तंज कसा