ख़ालिस्तानी अंतरराष्ट्रीय सिख युवा संघ का आतंकवादी जसपाल अटवाल को कनाडा के पीएम के साथ डिनर के लिए आमंत्रित करने का मामला राजनीतिक रूप से तूल पकड़ने लगा है। जिसके बाद कनाडा के प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ़ से इस मामले में सफाई दी गई है।
कार्यालय का कहना है, 'ऐसा कभी नहीं हो सकता कि इस तरह के व्यक्ति (जसपाल अटवाल) को अधिकारिक रुप से निमंत्रण भेजा गया हो। हम यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि यह कैसे हुआ, फिलहाल हमने उसका निमंत्रण रद्द कर दिया है।'
उन्होंने यह भी कहा, 'यह साफ़ कर दूं कि हमारे प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भारत के अधिकारिक यात्रा पर नहीं है और न ही भारत के प्रधानमंत्री ने हमें आमंत्रित किया है। क्योंकि वह (जस्टिन ट्रूडो) अंतर्राष्ट्रीय यात्रा पर हैं ऐसे में कई बार ऐसा भी होता है कि कोई व्यक्ति बिना बुलाए भी आपके पास पहुंच जाए।'
वहीं विज्ञान और खेल मंत्रालय की तरफ से इस बारे में सफाई आई है। उन्होंने कहा, 'ज़ाहिर है इस तरह के लोगों को निमंत्रण नहीं भेजना चाहिए था। उसका निमंत्रण रद्द किया गया है। हमलोग भी यह जांच कर रहे हैं कि यह हुआ कैसे?'
बता दें कि जसपाल अटवाल ने मुंबई में एक मुलाकात के दौरान कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की पत्नी शोपी ट्रूडो के साथ फोटो क्लिक करवाई थी। यह फोटो 20 फरवरी की बताई जा रही है।
इतना ही नहीं अटवाल की एक और तस्वीर सामने आई है जिसमें वह कनाडा के इंफ्रास्ट्रक्चर और कम्यूनिटीज मंत्री अमरजीत सोही के साथ दिखाई दे रहे हैं। यह तस्वीर भी 20 फरवरी की बताई जा रही है।
दरअसल, जसपाल अटवाल को पंजाब के मंत्री मलकीत सिंह सिधु जानलेवा हमला करने के मामले में दोषी पाया गया था। 1987 में वैनकोर आयलैंड पर जसपाल ने इस हमले को अंजाम दिया था।
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Source : News Nation Bureau