दुनियाभर में अलग-थलग पड़ चुका है. कई देश भारत के समर्थन में आगे आए हैं. वहीं विदेशों में रहे भारतीय मूल के लोग भी चीन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. कनाडा के वैंकवूर में भारतीय मूल के लोगों ने विभिन्न संगठनों के सदस्यों के साथ मिलकर चीनी वाणिज्य दूतावास के पास चीन के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में तिब्बती प्रवासी भी शामिल थे.
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भारत और चीन के बीच तनाव की स्थिति बरकरार है. चीन बार-बार धोखा दे रहा है. चीन ने अब हिमाचल क्षेत्र की ओर किन्नौर जिला के साथ लगती सीमाओं तक सड़क बना दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पिछले दो महीने में चीन ने सीमा के करीब 20 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कर लिया है. किन्नौर के मोरंग घाटी क्षेत्र के आखरी गांव कुन्नू चारंग से आगे खेम कुल्ला पास की ओर मोटर योग्य सड़क बनाने का चीन काम कर रहा है. उसने 20 किलोमीटर लंबी सड़क बना दी है.
अब लोगों की आशंका है कि 2 किलोमीटर का जो क्षेत्र नो मेन्स लैंड क्षेत्र होता कही उस क्षेत्र में चीन रोड तो नहीं बना रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो हाल ही में कुन्नू चारंग गांव का 9 सदस्यीय दल 16 घोड़े खच्चर और 5 पोर्टर समेत कुन्नू चारंग गांव से करीब 22 किलोमीटर ऊपर बार्डर की ओर गया. इस दल में कुछ आईटीबीपी के जवान भी शामिल थे. जब खेमकुल्ला पास पर पहुंचकर तिब्बत की तरफ देखा तो वो दंग रह गए.
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दो महीने में चीन ने 20 किलोमीटर सड़क का निर्माण काम तेजी से कर रहा था. इस दल ने बताया कि बीते साल अक्टूबर में तिब्बत में भारत की ओर के आखिरी गांव तांगों तक ही सड़क थी, लेकिन इस बार बर्फ हटते ही दो महीने में तिब्बत के तांगों गांव से भारत सीमा की ओर 20 किलोमीटर तक सड़क का निर्माण कर दिया गया है. दल के मुताबिक सांगली घाटी के छितकुल इलाके के करीब भी सरहद पार यमरंग ला की तरफ भी सड़क निर्माण जारी है.