शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण से संबंधित मामले में लंदन की अदालत में सोमवार से सुनवाई शुरू होगी। सुनवाई के दौरान सीबीआई के अधिकारी भी वहां मौजूद रहेंगे।
माल्या किंगफिशर एयरलाइंस के 9000 करोड़ रुपये के कर्ज न चुका पाने के मामले में भारत में वांछित है। वह पिछले वर्ष मार्च में ब्रिटेन भाग गया था।
भारत सरकार ने इस वर्ष जून में भगोड़े व्यापारी को प्रत्यर्पित करने के लिए ब्रिटेन को अतिरिक्त दस्तावेज सौंपे थे। ब्रिटेन सरकार ने जून में यह पाया था कि भारतीय जांच एजेंसी माल्या के खिलाफ सबूत जुटाने में देरी कर रही है।
माल्या को ब्रिटेन में 13 अक्टूबर को प्रवर्तन निदेशालय की ओर से दर्ज धोखाधड़ी और धनशोधन मामले में गिरफ्तार किया गया था और उसके तुरंत बाद ही लंदन अदालत से उसे जमानत दे दी गई थी।
बता दें कि पिछले महीने ही भारत ने ब्रिटेन के समक्ष शराब कारोबारी विजय माल्या और क्रिकेट की इंडियन प्रीमियर लीग के पूर्व प्रमुख ललित मोदी के प्रत्यर्पण का मामला उठाया था।
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केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरन रिजिजू ने कहा कि इस मुद्दे पर सकारात्मक बातचीत हुई है। रिजिजू ने ब्रिटेन के आव्रजन मामलों के रज्य मंत्री ब्रैनडन लेविस से चर्चा के बाद कहा, 'लेविस से मेरी भारत और ब्रिटेन से संबंधित मुद्दों पर काफी सकारात्मक और स्पष्ट बातचीत हुई।'
लेविस ने ब्रिटेन के अधिकारियों के साथ नार्थ ब्लॉक में रिजिजूू से मुलाकात की जहां रिजीजू ने 13 लोगों के प्रत्यर्पण के मुद्दे पर उनसे चर्चा की।
इन लोगों में बैंकों का कर्ज न चुकाने के आरोपी विजय माल्या, ललित मोदी और सट्टेबाज संजीव चावला शामिल हैं। साथ ही 16 म्यूचल लीगल असिस्टेंस ट्रीटी (एमएलएटी) से संबंधित मामले उठे।
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Source : News Nation Bureau