Pentagon Warns of Chinese Nuclear Development: चीन अपने परमाणु हथियारों के जखीरे को तेजी से बढ़ा रहा है. साल 2020 तक चीन के पास जहां महज 200 परमाणु हथियार थे, उसने आगे के दो सालों में ही इनके आंकड़े को दोगुने तक पहुंचा दिया है. अमेरिकी रक्षा विभाग की तरफ से जारी रिपोर्ट्स में इन बातों का खुलासा हुआ है. पेंटागन की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन अपने परमाणु कार्यक्रम (Chinese Nuclear Weapons) में काफी तेजी ला चुका है. पेंटागन का कहना है कि हमने ये उम्मीद की थी कि चीन साल 2030 तक परमाणु हथियारों की संख्या को 400 तक कर सकता है, लेकिन चीन ने महज 2 सालों में ही लक्ष्य को हासिल कर लिया है और साल 2035 तक उसके पास करीब 1500 परमाणु हथियार हो सकते हैं, जोकि काफी चिंता की बात है.
साल 2035 तक 1500 न्यूक्लियर वॉरहेड तैयार कर लेगा चीन
पेंटागन की नई रिपोर्ट का नाम चाइना मिलिट्री पॉवर रिपोर्ट-2022 (China Militry Power Report-2022) है. ये रिपोर्ट सबसे नई है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2020 में अमेरिकी योजनाकारों का अनुमान था कि चीन अपने परमाणु को हथियारों को बढ़ाएगा, जो साल 2030 तक करीब 400 परमाणु हथियारों से लैस होगा. लेकिन चीन ने ये लक्ष्य महज 2 साल में ही हासिल कर लिया है. यही नहीं, चीन ने इन परमाणु हथियारों की तैनाती भी उन जगहों या ठिकानों पर की है, जिसकी रेंज में संयुक्त राज्य अमेरिका भी आता है. चीनी सैन्य विभाग ने ऐसा अपने राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Chinese President Xi Jinping) के उस आदेश के बाद किया है, जिसमें उन्होंने चीनी सैन्य बलों को हर तरह की लड़ाई के लिए तैयार रहने को कहा था. इस रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2030 तक चीन के पास करीब 1000 परमाणु हथियार पूरी तरह से तैयार होंगे. तो साल 2035 तक ये संख्या 1500 तक पहुंच जाएगी.
रूस-अमेरिका के पास हैं सबसे ज्यादा हथियार
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट के आंकड़ों की मानें तो आधिकारिक तौर पर अभी चीन ने 200 परमाणु हथियारों की उपस्थिति ही स्वीकारी है. उसके आंकड़े हमेशा तभी बाहर आते हैं, जब वो खुद चाहता है. अभी भी चीन दुनिया का तीसरा सबसे मजबूत परमाणु हथियार रखने वाला देश है. रूस और अमेरिका इस मामले में नंबर वन बने हुए हैं. लेकिन अमेरिका लगातार अपने परमाणु हथियारों को कम कर रहा है. इसके बावजूद अभी उसके पास 3708 परमाणु हथियारों का बड़ा जखीरा है. वहीं, रूस के पास 4477 परमाणु हथियार हैं, जो अब फिर से बढ़ने लगे हैं.
तेजी से सैन्य विस्तार कर रहा है चीन
इस रिपोर्ट में चीन के तेज सैन्य विस्तार पर भी नजर डाली गई है. चीन आज दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना वाला देश है. भले ही वो अमेरिका से जहाजों, पनडुब्बियों के मामले में अभी पीछे हो, लेकिन वो हथियारों, विमानों, पोतों का उत्पादन अपने ही देश में कर रहा है, वो भी असीमित स्तर पर. यही नहीं, हवाई जहाजोंके मामले में भी वो रूसी इंजनों पर से अपनी निर्भरता लगभग खत्म करने की ओर है. (इनपुट-आईएएनएस)
HIGHLIGHTS
- चीन तेजी से कर रहा सैन्य विस्तार
- परमाणु हथियारों की तैनाती में ला रहा तेजी
- रूस-अमेरिका के बाद तीसरे नंबर पर चीन