चीनी दूतावास ने यहां बुधवार को कहा कि चीन और भारत को व्यापार संरक्षणवाद से मुकाबले के लिए अपना सहयोग मजबूत करने की जरूरत है. चीन ने अमेरिका पर एकतरफा पहल के जरिए व्यापार विवाद भड़काने का आरोप लगाया. दूतावास के प्रवक्ता, जी रोंग ने कहा कि दो बड़े विकासशील देश और बड़े उभरते बाजार होने के नाते, चीन और भारत दोनों सुधार और अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण चरण में हैं. जी अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध से संबंधित मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे.
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा और 'मुक्त व्यापार' के नाम पर एकतरफा व्यापार संरक्षणवाद को बढ़ावा देने से न केवल चीन का आर्थिक विकास प्रभावित होगा, बल्कि यह भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था में भी अड़चन पैदा करेगा.
उन्होंने कहा कि चीन और भारत बहुध्रुवीय व्यापार प्रणाली और मुक्त व्यापार की रक्षा के लिए समान हित साझा करते हैं. वाशिंगटन और बीजिंग के बीच सितंबर में व्यापार युद्ध में तेजी देखी गई थी, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से होने वाले आयातों पर 200 अरब डॉलर टैरिफ लगाया था, जिसके जवाब में बीजिंग ने भी अमेरिकी आयात पर 60 अरब डॉलर का टैरिफ लगाया था.
जी ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों के अंतर्गत, चीन और भारत को व्यापार संरक्षणवाद के विरुद्ध मुकाबले के लिए सहयोग बढ़ाने की जरूरत है.
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Source : IANS