चीन में रविवार को छह महीने बाद कोविड-19 (COVID-19) से पहली मौत हुई है. यह अलग बात है कि कोरोना नियंत्रण के कड़े उपायों को अपनाने के बावजूद चीन (China) के प्रमुख शहरों में संक्रमण का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक चीन कोविड के बार-बार बढ़ते प्रकोप को खत्म नहीं कर पा रहा है. वह भी तब जब कोरोना संक्रमण (Corona Epidemic) के मामले सामने आते ही कड़े लॉकडाउन समेत व्यापक परीक्षण और क्वारंटाइन होने सरीखे सख्त नियम लागू हैं. चीन के विपरीत शेष दुनिया कोरोना संक्रमण के साथ जीना सीख रही है. रविवार को बीजिंग नगर पालिका ने एक 87 वर्षीय वृद्ध की संक्रमण से मौत की सूचना दी. राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के मुताबिक बीते 24 घंटों में कोविड-19 संक्रमण के 24 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं.
11 नवंबर को दी थी अब तक की महत्वपूर्ण कोरोना ढील
अन्य देशों की तुलना में चीन में संक्रमण का आंकड़ा अपेक्षाकृत कम है. हालांकि हाल के महीनों में कुछ मामलों के सामने आने के बाद चीन में हालिया उछाल चिंता का विषय है. इसी महीने की 11 तारीख को बीजिंग ने कोरोनो वायरस प्रतिबंधों की कड़ी में अब तक की सबसे महत्वपूर्ण ढील देने की घोषणा की थी. इसमें भी विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए क्वारंटाइन की अवधि कम करना सबसे प्रमुख था. हालांकि सीमित छूट के बावजूद जिनपिंग सरकार ने जीरो कोविड पॉलिसी के कड़े प्रतिबंधों से पूरी तरह से किनारा नहीं किया है. वह भी तब जब इसने सामाजिक और आर्थिक तौर पर गंभीर प्रभाव छोड़ा है. राज्य संचालित सीसीटीवी के अनुसार शनिवार की मई के बाद कोविड से पहली मौत हुई. हालांकि मृतक को हल्का संक्रमण था, लेकिन बैक्टीरियल संक्रमण के बाद बुजुर्ग व्यक्ति की हालत ज्यादा खराब हो गई, जिसकी परिणिति मौत में हुई.
यह भी पढ़ेंः FIFA WC 2022 : फैंस के लिए ये विश्व कप है खास, मेसी और रोनाल्डो दिखेंगे आखरी बार!
ग्वांगझू में हालिया संक्रमण का प्रकोप ज्यादा
बीजिंग में रविवार को 621 नए मामले सामने आए. इसके बाद स्थानीय प्रशासन ने कुछ लोगों को उनके घरों में नजरबंद कर दिया और कुछ को क्वारंटाइन केंद्रों में भर्ती होने का आदेश दे दिया. गौर करने वाली बात यह कि पहले की तुलना में प्रशासन सख्त प्रतिबंध लगाने से परहेज कर रहा है. आम लोग असाधारण रूप से सख्त कोविड-19 प्रतिबंधों से आजिज आ चुके हैं. दक्षिण में मैन्युफैक्चरिंग हब ग्वांगझू में कोरोना का हालिया प्रकोप कुछ ज्यादा है. पिछले हफ्ते लगाए गए लॉकडाउन से लोगों का गुस्सा फूट पड़ा था और वे पुलिस से भिड़ गए थे. रविवार को ग्वांगझू में 8 हजार से ज्यादा मामले सामने आए. ऐसे में स्थानीय प्रशासन को हैझू में सामान्य कोरोना परीक्षण अभियान छेड़ने को मजबूर होना पड़ा. गौरतलब है यहां की आबादी 18 लाख के लगभग है.
यह भी पढ़ेंः Imran Khan ने फिर की भारत की विदेश नीति की तारीफ, कहा- 'मुक्त और स्वतंत्र'
लोगों के लिए नए सिरे से निर्देश जारी
संक्रमण का बढ़ता प्रकोप संकेत है कि चीन को लॉकडाउन और सख्त प्रतिबंधों से मुक्त करना गलत निर्णय साबित हो सकता है. ऐसे में लोगों से गैर जरूरी यात्रा से बचने को कहा गया है ताकि संक्रमण के प्रचार-प्रसार को रोका जा सके. इसके साथ ही बीजिंग के कुछ बड़े शॉपिंग मॉल रविवार को पूरी तरह बंद रखे गए हैं, जबकि कुछ का खुलने का समय कम कर दिया गया है. यही नहीं, कुछ रेस्त्रांओं में टेबल सर्विस भी बंद कर दी गई है. व्यापारिक और राजनयिक केंद्र चाओयांग में कई कंपनियों ने वर्क फ्रॉम होम की छूट दे दी है. कुछ पार्क, स्पोर्ट्स हॉल और जिम भी बंद कर दिए गए हैं. एएफपी के मुताबिक बीजिंग में फ्रेंच इंटरनेशनल स्कूल ने माता-पिता को दूरस्थ शिक्षा अपनाने का निर्देश दिया गया है.
HIGHLIGHTS
- चीन में राजधानी समेत कई बड़े शहरों में कोरोना संक्रमण में उछाल
- 11 नवंबर को ही कोरोना प्रतिबंधों की कड़ी में दी गई थी बड़ी ढील
- लोगों से गैर जरूरी यात्रा से बचने समेत कुछ प्रतिबंध और लगाए गए