चीन ने अपनी युद्ध क्षमता को बढ़ाते हुए वायुसेना में नया लड़ाकू विमान J-20 शामिल किया है। इस विमान ने चीन की हवाई ताकत में दोगुनी बढ़ोतरी कर दी है।
चीन इस बम बरसाने वाले लड़ाकू विमान की सहायता से एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका और जापान के वर्चस्व को तोड़ना चाहता है। इस लड़ाकू विमान की खास बात यह है कि यह रडार पर दिखाई भी नहीं देगा।
रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार J-20 दो तरह की भूमिकाएं निभाने में सक्षम है। इससे हवा से हवा में युद्ध लड़ा जा सकेगा, साथ ही आकाश से जमीन पर भी हमला किया जा सकेगा।
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विशेषज्ञों का कहना है कि इसकी शुरुआत भारत के लिए बहुत मायने रखती है, क्योंकि भारतीय वायु सेना को अब तक स्टेल्थ (रेडार से बच निकलने में सक्षम) लड़ाकू विमान नहीं मिला है।
इससे सामरिक स्तर पर, खासकर बेहद ऊंचाई वाले तिब्बती क्षेत्र में बड़ा अंतर आएगा।
गौरतलब है कि 2011 में चीन ने पहली बार दो इंजन वाले J-20 विमान को उड़ाया था। इसके बाद नवंबर 2016 में हांगकांग के निकट झुहाई में आयोजित अंतरराष्ट्रीय उड्डयन प्रदर्शनी में इस लड़ाकू विमान को सार्वजनिक रूप से उड़ाया गया।
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Source : News Nation Bureau