China Maldives Relation: भारत और मालदीव के बीच चल रहे विवाद के बीच मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू चीन के दौरे पर हैं. यहां मालदीव और चीन के बीच प्रर्यटन, व्यापार, समुद्री सुरक्षा सहित कुल 20 समझौते हुए हैं. ये संबंध वर्तमान में चल रहे अनबन के बीच काफी महत्तवपूर्ण माने जा रहे हैं. मालदीव के राष्ट्रपति मोइज्जू ने बीजिंग में चीन की तारीफ के पुल बांध दिए हैं. इसके अलावा कहा है कि दोनों देशों के बीच रिश्ते आने वाले समय में और मजबूत होंगे.
पहली राजकीय यात्रा
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू का ये दूसरी यात्रा है. शपथ ग्रहण करने के बाद सबसे पहले वो तुर्किए के दौरे पर गए थे. इसके बाद अब बीजिंग के दौरे पर हैं. माना जा रहा है कि राष्ट्रपति मोइज्जू चीन से नजदीकियां बढ़ाने पर लगे हुए हैं. यहां मोहम्मद मोइज्जू ने चीन की काफी प्रशंसा की है. यहां कहा कि उन्हें गर्व है कि उनकी पहली आधिकारिक यात्रा चीन की है. इस यात्रा से वो काफी सम्मानित महसूस कर रहे हैं. आगे कहा कि उन्हें जानकार ये खुशी हो रही है कि वो पहले विदेशी राष्ट्राध्यक्ष है जिसने इस साल चीन की यात्रा की है.
चीन से की अपील
बीजिंग दौरे के दौरान राष्ट्रपति मोइज्जू ने चीन से आग्रह किया कि वो अपने नागरिकों को मालदीव भेजे. कोरोना काल से पहले चीन मालदीव का सबसे पर्यटन साथी था. यहां हर साल लगभग 2.8 लाख नागरिक यात्रा कर रहे थें. लेकिन वर्तमान समय में भारत सबसे बड़ा पार्टनर हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार पूरी दुनिया में चीन के नागरिक सबसे अधिक टूरिज्म पर खर्च करते हैं. ये करीब 277 बिलियन के करीब है. मालदीव चाहता है कि ये पैसा अधिक से अधिक चीन को मिले.
कुल 20 समझौते
इसके अलावा राष्ट्रपति मोइज्जू ने चीन के बीआरआई प्रोजेक्ट की तारीफ करते हुए कहा कि बेल्ट एंड रोड प्रोग्राम मालदीव के लिए काफी अहम है. इसके अलावा पर्यटन, समुद्री सुरक्षा, डिजिटल अर्थव्यवस्था, इफ्रास्टक्चर सहित कुल 20 समझौते शामिल हैं. इस दौरान चीन और मालदीव के बीच पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 50 मिलियन डॉलर के जरिए इंडिग्रेटेड टूरिज़्म ज़ोन विकसित करना शामिल हैं.
FTA लागू करने की बात
मोइज्जू ने यहां कहा कि हम फ्री ट्रेड एग्रीमेंट लागू करने के लिए कटीबद्ध हैं. आपको बता दें कि चीन और मालदीव के बीच 2014 में फ्री ट्रेड समझौता हुआ था लेकिन बाद की सरकार ने इसे होल्ड पर रख दिया था. जिसे अब लागू किया जाएगा. मोइज्जू ने कहा कि अगले 10 से 15 सालों में मालदीव की अर्थव्यवस्था को रफ्तार देना चाहते हैं.
Source : News Nation Bureau