चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) के लिए फंड रोके जाने के बाद अब चीन चाहता है कि सीपीईसी की जिम्मेदारी पाकिस्तान सरकार नहीं, सेना ले।
पिछले दिनों सीपीईसी में हुए भ्रष्टाचार की खबरों के उजागर होने के बाद चीन ने अस्थायी रूप से पाकिस्तान के तीन प्रमुख रोड प्रोजेक्ट्स के लिए फंड रोक दिये थे। ये प्रोजेक्ट्स 50 बिलियन अमेरिकी डॉलर के हैं।
दक्षिण एशियाई अध्ययन के लिए यूरोपीय फाउंडेशन (ईएफएसएएस) के वैश्विक चिंतकों ने अपनी रिपोर्ट में कहा, 'नए दिशानिर्देशों के तहत अरबों डॉलर की चीनी योजना सीपीईसी के फंड को पाकिस्तानी सेना की बड़ी भागीदारी के बाद ही जारी करेगा।'
ईएफएसएएस की रिपोर्ट में दावा किया गया है, 'चीन इन योजनाओं की जिम्मेदारी पाकिस्तानी सेना को देना चाहता है जो कि वहां सत्ता का वास्तविक केंद्र है।'
डॉन न्यूज पेपर के मुताबिक, चीन के कदम से पाकिस्तान के नेशनल हाईवे ऑथरिटी (एनएचए) के एक खरब (पाकिस्तानी रुपये) रुपये के रोड प्रोजेक्ट्स प्रभावित होंगे। साथ ही इस तरह के तीन अन्य वेंचर्स में भी देरी हो सकती है।
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Source : News Nation Bureau